दिल्ली : 9 फरबरी 2016 को देश के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और 17 लोगों के खिलाफ देशद्रोही नारा लगाने का वीडियो वायरल होने के बाद राजद्रोह का केस दर्ज हुआ था, बता दें कि इसके बाद ABVP छात्र संगठन ने इस मुद्दे को तूल देकर रास्ट्रीय स्तर पर कन्हैया कुमार को घेरते हुए मामला को हाइलाइटेड बना दिया था। जिसके बाद कन्हैया कुमार उम्र खालिद और अनिर्माण को तिहाड़ जेल भी जाना पड़ा था। जिसके बाद बेल पर कन्हैया कुमार अभी तक बने हैं। इस मामले में दिल्ली सरकार ने पुलिस को देशद्रोह का मुकदमा चलाने के लिए फाइल देने में लगभग 4 साल से भी अधिक का समय लगा दिया।
आखिरकार राजनीतिक दबाव के कारण दिल्ली सरकार को JNU मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति देनी पड़ी। बताया जा रहा है कि 3 साल दिल्ली के मुख्यमंत्री यह अनुमति टालते रहे लेकिन आखिर उन्हें जनता के मांग के आगे झुकना पड़ा।
वायरल वीडियो में लगे थे कथित देशद्रोह के नारे । जी न्यूज के द्वारा दिखाये गये वीडियो में भारत तेरे टुकड़े होंगे ,इंशाअल्लाह इंशाअल्लाह, भारत की बर्बादी तक…जंग चलेगी..जंग चलेगी, एक अफ़ज़ल मारोगे तो हर घर से अफ़ज़ल निकलेगा, अफजल हम शर्मिंदा है, तेरे कातिल जिंदा है का नारा लगाते हुए देखा जा सकता है।
कन्हैया ने दो ट्वीट करके कहा सत्यमेव जयते,दिल्ली सरकार को धन्यवाद
कन्हैया ने लिखा है कि सेडिशन केस में फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट और त्वरित कार्रवाई की जरुरत इसलिए है ताकि देश को पता चल सके कि कैसे सेडिशन क़ानून का दुरूपयोग इस पूरे मामले में राजनीतिक लाभ और लोगों को उनके बुनियादी मसलों से भटकाने के लिए किया गया है।
दिल्ली सरकार को सेडिशन केस की परमिशन देने के लिए धन्यवाद। दिल्ली पुलिस और सरकारी वक़ीलों से आग्रह है कि इस केस को अब गंभीरता से लिया जाए, फॉस्ट ट्रैक कोर्ट में स्पीडी ट्रायल हो और TV वाली ‘आपकी अदालत’ की जगह क़ानून की अदालत में न्याय सुनिश्चित किया जाए। सत्यमेव जयते।
ABVP ने ट्वीट करके कहा राष्ट्रवादी ताकत की हुई जीत
अभाविप के ऑफिसियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया है कि जेएनयू देशद्रोह मामले में मुकदमा चलाने की अनुमति अभाविप के संघर्षों की जीत अभाविप 9 फ़रवरी 2016 को JNU परिसर में वामपंथियों द्वारा देश विरोधी नारे लगाने के मामले में केजरीवाल सरकार द्वारा चार्जशीट दायर करने की अनुमति देना अभाविप सहित राष्ट्रवादी शक्तियों की जीत मानती है।
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार के इस फैसले के बाद ट्विटर पर #KanhaiyaKumar कन्हैया कुमार ट्रेंडिंग में आ गए पक्ष विपक्ष के लोग इस मुद्दे पर अपनी अपनी राय लिखकर ट्वीट कर रहे हैं।