शरजील और मेरी सोच में जमीन आसमान का फर्क : कन्हैया कुमार

बेगूसराय : JNU के पूर्व छात्र एवं छात्र संघ के पुराने अध्यक्ष साथ ही भाकपा के नेता कन्हैया कुमार ने शरजील की सोच को एक गलत सोच बताया है। उनका कहना है की हम दोनों की विचारधाराएं बिलकुल अलग अलग है जैसे सिक्के के दो पहलु। जो लोग मुझे देशद्रोही बताते है , वह ही देश को तोड़ने का काम कर रहे है। जे एन यु में जो दंगे हुए उसमें से किसी की गिरफ्तारी नहीं हुइ है। ऐसा क्यों हो रहा है की आज सबको सड़क पर खड़ा होना पड़ रहा है।

हमारी सोच गांधीजी की सोच से मेल खाती है

उनका कहना है की तकरीबन चार साल पहले उनके ऊपर देशद्रोह का आरोप लगाया था , पर अभी तक कोई सबूत क्यों नहीं मिला है। हम लोग हमेशा शान्ति के साथ जीने की कोशिश करते है। सी ए ए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हम गांधीजी की शहादत वाले दिन संविधान बचाओ यात्रा चम्पारण से पूरे राज्य में करेंगे। इस संविधान बचाओ यात्रा का कोई भी राजनितिक उद्देश्य नहीं है और साथ ही देश को धर्म पर बांटने के भी खिलाफ है।

हमें कोई राजनितिक मोह नहीं है और नहीं इससे जुड़ा कोई लाभ चाहिए। आगे बोलते हुए उन्होंने बिहार की वर्तमान सरकार जिसको नितीश सरकार से भी लोग बुलाते है उनसे यह आग्रह करते हुए बताया की नितीश जी विधान मंडल में एन आर सी को खारिज करने का प्रस्ताव पारित करवाएं। वह देश में आग लगाने वालो पर बिलकुल भी कार्यवाही नहीं कर रहे है।