मंझौल : एक लाख की आबादी पर जर्जर भवन में बना दो बेड का आईशोलेशन वार्ड

मंझौल : अनुमंडल मुख्यालय के मंझौल रेफरल अस्पताल के पुराने जर्जर भवन में दो बेड का आईशोलेशन वार्ड बनाकर खानापूर्ति किया गया है। बताते चलें कि जिस भवन में कोरोना संदिग्ध मरीजों के लिये आईशोलेशन वार्ड बनाया गया है उस भवन से लगभग दो साल पहले अस्पताल को स्थानांतरित किया जा चुका है। लेकिन कोरोना को लेकर अलग थलग परे इस जर्जर भवन में हाई अलर्ट के कारण आनन फानन में दो बेड का वार्ड बनाया गया है।

लगभग 30 साल पहले मंझौल रेफरल अस्पताल का भवन उदघाटित हुआ लेकिन फिलवक्त 30 साल बाद ही भवन इतना जर्जर हो चुका है कि कभी कोई अनहोनी हो सकता है।लिहाजा रेफरल अस्पताल के कैम्पस में ही दो साल पहले नवनिर्मित चिकतसकीय आवास में अस्पताल चल रहा है। रेफरल अस्पताल में साफ सफाई और संक्रमण फैलने को रोकने के लिए एहतिहात नहीं दिख रहा है। मास्क सेनेटाइजर का भी अभाव है, दरअसल मंझौल में स्वास्थ्य व्यवस्था अब एक बड़ी समस्या का रूप धारण कर चुकी है। उक्त आईशोलेशन वार्ड के खिड़की का भी सीसा टूटा हुआ है दीवाल जर्जर है। छत में भी दरार है, लेकिन स्थानीय प्रसासनिक पदाधिकारी की उदासीनता के प्रतिफल स्वास्थ्य व्यवस्था पूर्णतः चरमरा चुकी है लिहाजा न तो अस्पताल के लिये भवन है न ही पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्यकर्मी हैं।

क्या कहते हैं रेफरल अस्पताल मंझौल के प्रभारी चिकितसक

डॉ अनिल प्रसाद ने बताया कि अनुमंडलाधिकारी मंझौल के निर्देशानुसार जिस भवन में पूर्व में अस्पताल चलता था उसी भवन के एक कमरा में कोरोना संदिग्ध को लेकर आईशोलेशन वार्ड बनाया गया है। भवन जर्जर होने की बात पर उन्होंने कहा कि संक्रमण को रोकने के लिए अलग जगह पर वार्ड बनाया गया है। अभी भवन ऐसा भी नहीं है कि गिर ही जायेगा। जबकि वास्तविक स्थिति यह है कि वार्ड के अंदर का दीवाल जर्जर और खिड़की का शीशा टुटा हुआ है। सुविधा के नाम पर महज एक बल्ब जल रहा था। और दो बेड लगा हुआ था।

फैला है कचरा और जमा हुआ है पानी

कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक आपात घोषित है। वाबजूद इसके अनुमंडल मुख्यालय मंझौल में बस स्टैंड , सत्यारा चौक, सब्जी बाजार, जयमंगला हाई स्कूल के सामने, एस एच 55 सहित कई जगहों पर कचरा और गन्दगी का अंबार लगा हुआ है। क्षेत्र के कई महत्वपूर्ण सड़कों पर गन्दगी सहित पानी जमा हुआ है। जिससे किसी भी प्रकार की महामारी फैलने की आंशका व्याप्त है। अनुमंडल मुख्यालय होने पर भी प्रशासनिक स्तर पर एहतियात बरतने की जबाबदेही नगण्य है।