जन्मतिथि विशेष : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी से संबंधित रोचक तथ्य, सत्य और शांति के साथ कैसे बने महामानव

न्यूज डेस्क : आज पूरा देश महात्मा गांधी का 152 वा जन्म दिवस मना रहा है। 1869 में गुजरात के पोरबंदर में जब आज के दिन इनका जन्म हुआ होगा तब शायद ही इनके पिता करम चंद गांधी और इनकी माता पुतली बाई ने सोचा होगा कि एक साधारण परिवार में जन्म लिया ये बालक एक दिन पूरे विश्व के लिए विशेष व्यक्ति बन जायेगा। अहिंसा के पुजारी और राष्ट्रपिता जैसे नामो से संबोधित किया जाएगा।गांधी जी भारत एवं भारतिय राजनीति आंदोलन के एक प्रमुख राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता रहे थे। सत्याग्रह के माध्यम से अत्याचार का प्रतिकार करने के अग्रणी नेता। अहिंसा के सिद्धांत की नींव रखकर नागरिकों को उनके अधिकारों से अवगत कराकर स्वतंत्रता के प्रति मन मे आंदोलन की उपज पैदा की । गांधी जी के जीवन से जुड़ी सामान्य बातें तो लगभग हम सभी को पता है लेकिन कुछ खास रोचक बातें जो उनके व्यक्तिगत को और ख़ास बनाती हैं उसकी जानकारी अब भी बहुतों को नहीं। ऐसे ही कुछ

रोचक जानकारियां:

  1. गांधी जी के जीवन में दिन शुक्रवार का काफी महत्व रहा है। इनका जन्म शुक्रवार को हुआ तथा मृत्यु भी शुक्रवार को ही हुई। साथ ही साथ भारत को स्वतंत्रता भी शुक्रवार को ही मिली।
  2. इनका विवाह 13 साल की उम्र में इनसे 1 वर्ष बड़ी कस्तूरबा गांधी से हुआ। औऱ शादी की सारे रिवाज पूरा करने में लगभग 1 वर्ष का समय लग गया और तब तक ये स्कूल नही गए ।
  3. गांधी जी ने साउथ अफ्रीका के डरबन, प्रीटोरिया और जोहान्सबर्ग में तीन फुटबाल क्लब स्थपित करने में योगदान दिया ।
  4. इनका सिविल राइट मूवमेंट 4 महाद्वीप औऱ 12 देशों तक फैला था।
  5. महात्मा गांधी के नाम पर भारत मे कुल 53 बडी सड़के है तथा विदेश में 48 सड़के हैं।
  6. गांधी जी की आत्मकथा का नाम सत्य के साथ मेरे प्रयोग है।
  7. गांधी जी शांति के समर्थक थे पर इन्हें अब तक शांति का नोबेल प्राइज नहीं दिया गया। हालांकि ये 5 बार इसके लिए नॉमिनेट किये गए हैं।
  8. गांधी जी की शव यात्रा 8 किलोमीटर लंबी थी।
  9. इनकी मृत्यु के बाद शव यात्रा में 10 लाख लोग शामिल हुए थे। इनकी शव यात्रा भारत के इतिहास में सबसे लंबी शव यात्रा मानी जाती है।
    गांधी जी ने सत्य की राह पर चलते हुए सत्याग्रह की नींव रखी। और सत्य को जीवन का आधार इन्होंने बनाया। धीरे धीरे इसी सत्य और शांति के साथ ने इन्हें महामानव बना दिया।