बेगूसराय : मैट्रिक परीक्षा बाधित करने के मकसद से हड़ताल करने वाले शिक्षकों से सख्ती से निपटने का निर्देश

बेगूसराय: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति पटना के द्वारा आयोजित मैट्रिक की परीक्षा 17 से 24 फरवरी तक चलेगा। इसकी पूरी तैयारी कर ली गई है। परीक्षा हॉल के अंदर किसी भी कीमत पर परीक्षार्थी हाथ में घडी पहनकर और पैर में जूता मोजा पहन कर परीक्षा हाल के अंदर प्रवेश नहीं कर पाएंगे।मैट्रिक के परीक्षार्थी सिर्फ अपना एडमिट कार्ड और लिखने के लिए कलम साथ में लेकर परीक्षा हॉल के अंदर जाएंगे ।सभी परीक्षा केंद्रों के प्रवेश द्वार पर ही उनकी सघन जांच करने के बाद ही उन्हें परीक्षा हॉल के अंदर प्रवेश कराया जाएगा ।

इन बातों की जानकारी डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने शुक्रवार को मैट्रिक बोर्ड की परीक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में कारगिल विजय सभागार भवन में उन्होंने कही। डीएम अरविंद कुमार ने कहा कि ऐसा मुझे जानकारी मिला है कि नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से हड़ताल पर जा रहे हैं । ऐसे शिक्षक जो हड़ताल में रहकर परीक्षा का बहिष्कार करते हैं या किसी भी प्रकार का वो परीक्षा में असहयोग करते हैं ,तो उनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी देवेंद्र कुमार झा को निर्देशित किया कि जो शिक्षक हड़ताल में जाकर परीक्षा का बहिष्कार एवं और असहयोग करते हैं तथा साथ ही विद्यालय से अनुपस्थित होते हैं तो उनका कारण सहित उनका नाम ,पदनाम एवं विद्यालय के नाम से संबंधित प्रतिवेदन प्राप्त कराना सुनिश्चित करेंगे।

मैट्रिक परीक्षा जिला के कुल 28 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जायेगी

जिसमें बेगूसराय सदर अनुमंडल में मैट्रिक परीक्षा के 15 केंद्र ,मंझौल में 5 के अलावे बलिया और बखरी अनुमंडल में चार-चार परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा अवधि में परीक्षा केंद्र के 200 मीटर की अवधि क्षेत्र में सभी संबंधित क्षेत्र के एसडीएम के द्वारा 144 धारा लगाने का निर्देश डीएम के द्वारा दिया गया है। इस अवसर पर डीएम ,एसपी के अलावे डीडीसी रिची पांडे, ओएसडी सच्चिदानंद सुमन, डीटीओ देवेंद्र कुमार झा ,प्रशिक्षु समाहर्ता निखिल धनराज ,सदर एसडीएम संजीव कुमार चौधरी, तेघड़ा एसडीएम डॉ० निशांत, बलिया के उत्तम कुमार ,मंझौल के दुर्गेश कुमार के अलावे सभी परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक व पुलिस पदाधिकारी तथा परीक्षा में लगाए गए मजिस्ट्रेट भी मौजूद थे।