डेस्क : दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का बेगूसराय में शुभारंभ करते हुए केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने विपक्षियों पर जोरदार हमला किया है।बेगूसराय सदर अस्पताल में टीकाकरण अभियान का शुभारंभ करने के बाद गिरिराज सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि देश का दुर्भाग्य है जब सीमा पर हमारे सैनिक लड़ते हैं, सर्जिकल स्ट्राइक करते हैं तब भी कुछ लोग सवाल खड़े करते हैं।
जब भारत के वैज्ञानिक आत्मनिर्भर भारत के तहत कोविड के लिए वैक्सीन बनाते हैं, तब भी विपक्ष आपत्ति करते हैं। मुझे उनके बुद्धि पर तरस आता है, इससे लगता है कि वह आत्मनिर्भर भारत बनने के विरोध में हैं। 1918 में भारत में दहशत फैलाने वाला प्लेग आया था, जिसमें करोड़ों लोगों की जानें गई। लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना जैसे महामारी बीमारी से निपटने के लिए पूरी ताकत लगा दी। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की पंक्ति ‘मानव जब जोर लगाता है, पत्थर पानी बन जाता है’ का जो जिक्र किया है, वह शत-प्रतिशत सच साबित हो रहा है।
कोरोना से पूरी दुनिया तबाह हुई, लेकिन मोदी जी ने सीमित संसाधन में पूरे देश को सुरक्षित रखा। देश में एक टेस्टिंग लैब एक था, आज करीब दो हजार लैब हो गए। भेंडीलेटर हम बाहर से गिने-चुने जगहों पर लाते थे, आज बेगूसराय में भेंटीडीलेटर एक वार्ड हो गया। पीपीई किट और एन-95 मास्क बाहर से लेते थे, अब रोज खुद बना रहे हैं। आज आत्मनिर्भर भारत का दिन है कि भारत में बने दो वैक्सीन की शुरुआत प्रधानमंत्री ने की है। प्रथम चरण में उन लोगों को रखा गया है जो कोरोना काल में अपनी जान परवाह किए बगैर लोगों की सेवा कर रहे थे।
वह डॉक्टर थे, मीडिया कर्मी थे, सफाई कर्मी थे, सुरक्षाकर्मी थे। यह सभी लोग फ्रंट में रहकर सेफ्टी वॉल के रूप में समाज में काम कर रहे थे। वैक्सीन लेने के बाद भी सोशल डिस्टेंस, सेनीटाइज तथा मास्क का जरूर इस्तेमाल करें। सदर अस्पताल में सबसे पहला टीका स्वास्थ्य विभाग के दिव्यांग कर्मी पीयूष कुमार को गिरिराज सिंह की उपस्थिति में दिया गया। इस मौके पर लोगों ने प्रधानमंत्री के भाषण का लाइव टेलीकास्ट सुना। जबकि डीएम अरविन्द कुमार वर्मा एवं एसपी अवकाश कुमार ने ग्लोकल अस्पताल एवं शोकहारा पीएचसी में अभियान का शुभारंभ किया।