डेस्क : मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश के बाद लंपी वायरस अब बिहार में भी पैर पसारने लगा है। ताजा मामला बेगूसराय के मंझौल से आया है। जहां लंपी वायरस ने एक ही किसान के दो गाय को अपना शिकार बना लिया है। मंझौल पंचायत तीन निवासी पशुपालक किसान पुनीत कुमार के दो गाय इस वायरस से ग्रसित हैं।
जिसमें 10 दिन पहले एक गाय में इस वायरस का लक्षण दिखा। अभी उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। पशुपालक किसान ने बताया कि यह वायरस आज से लगभग 10 दिन पहले अपना लक्षण दिखाना शुरू किया, लेकिन उस वक्त इसका पूर्ण पता नहीं चल सका। अभी 2 गायों में एक की स्थिति बेहद ही नाजुक है। मवेशी अस्पताल मंझौल के डॉक्टरों के द्वारा इलाज किया जा रहा है। स्थिति में कुछ सुधार देखा जा रहा है।
डॉक्टर ने बताया इसकी लक्षण और उपचार : मवेशी अस्पताल मंझौल के डॉक्टर चंद्रशेखर कुमार ने बताया कि यह वायरस जिस पशु में होगा। उसे तेज बुखार रहेगा। भूख खत्म हो जाएगा, शरीर पर सिक्का की तरह जगह जगह चित्ता जैसा बनने लगेगा। अगर उसका इलाज नही किया गया। तो वही धीरे-धीरे फटकर घाव बन जाते हैं।
इस रोग से बचने के लिए पशुपालक किसान को पशुओ के साफ सफाई पर ज्यादा ध्यान देना होगा। इस रोग से ग्रसित पशुओं का भोजन तथा आवास अन्य पशुओं से अलग रखना है। समय-समय पर रोगी पशु को साफ करते रहें तथा उसके शरीर पर किसी भी प्रकार का मक्खी या मच्छर को बैठने ना दें। इस रोग से ग्रसित पशुओं के कच्चे दूध का सेवन करने से बचें, इसके दूध को हमेशा उबालकर ही सेवन करे।