न्यूज़ डेस्क : बचपन मे जब गांव में पुलिस की गाड़ी आती थी और उसमें वर्दी पहने पुलिसवाले उतरते थे तो उन्हें काफी डर लगता था। पुलिस को देखते ही वे छुप जाते थे। क्योंकि बचपन मे दादी और मां को भी किसी बात में डराना होता था तो वे भी कहती थी, बेटा ऐसा मत करो नहीं तो पुलिस को बुला देंगे। यह कहानी है बेगूसराय जिले के चेरिया बरियारपुर प्रखंड क्षेत्र की मेहदा शाहपुर पंचायत निवासी शिक्षक जयजयराम तांती के पुत्र मनीष कुमार की।
जिन्होंने अपने मेहनत के बदौलत अपनी मंजिल को पाया। BPSSC द्वारा आयोजित दरोगा की परीक्षा में सफलता पाई। बता दें कि वे दूसरे प्रयास में इस मुकाम पर पहुंचे। और आनेवाले दिनों में युवक किसी न किसी थाने में थानेदारी संभालेंगा। बता दें कि मनीष शुरू से ही पढ़ने में तेज रहा है। अपने अभ्यास के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाता था। और अभी चयन के बाद क्षेत्र में खुशी की लहर है। मनीष के घर बधाइयों का तांता लगा हुआ है। वो अपनी प्रारंभिक शिक्षा-दिक्षा अपने गांव से की।
इनका कहना है कि उन्होंने गरीबी को काफी करीब से देखा है। पुलिस में जब भी उन्हें सेवा का मौका मिलेगा उनका प्रयास होगा कि सबको न्याय मिले। किसी गरीब के साथ किसी भी हाल में अन्याय नहीं होने देंगे। आगे उन्होंने बताया सब इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत होकर अपराध पर नियंत्रण करेंगे। किसी तरह की एफआईआर में बेहतर अनुसंधान करने की कोशिश करेंगे। साथ ही शराबबंदी कानून व्यवस्था को सख्ती से लागू करेंगे। सभी प्रकार के अपराध के अभियुक्तों को सजा दिलाने के लिए कानून की राह में काम करेंगे। वहीं मनीष ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों के साथ अपने पिता व भाई को दे रहा है।