ICMR की टीम पहुंची बेगुसराय,कम्युनिटी ट्रांसमिशन का पता लगाने को SERO सर्वे शुरू, क्या है सेरो सर्वे ?

बेगुसराय : बिहार में कोरोना का खतरा बढ़ते ही जा रहा है, ऐसे में सूबे के छह जिला में सरकार ने सेरो सर्वे कराने का फैसला लिया गया है। उक्त छह जिले में बेगुसराय का भी नाम है, सेरो सर्वे करने के लिए ICMR की टीम बेगुसराय पहुंच चुकी है, जिसमें 10 गाँव के 400 ऐसे व्यक्ति जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक की हो वैसे लोगों का कोरोना जांच किया जायेगा, उक्त सर्वे के लिये जिला प्रशासन ने गाँव को चिन्हित भी कर लिया है।

सिविल सर्जन को सौपीं गयी है जिम्मेदारी : जिलाधिकारी अरविंद वर्मा ने बताया कि जिले 10 गाँव का चयन किया गया है, सेरो सर्वे के लिये आई 10 सदस्यीय ICMR की टीम चिकित्सकों और एएनएम को प्रशिक्षण देगी, जिसके बाद उक्त गावों का भ्रमण कर सर्वे कार्य किया जायेगा, उक्त कार्य की जिम्मेवारी जिले के सीएस को सौंपी गई है।

आइये जानते हैं क्या है सेरो सर्वे ? कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन के बारे में पता लगाने के लिए ICMR द्वारा कराया जाने बाला ऐसा सर्वे है, जिसमें चिन्हित जगहों से 18 वर्ष से ऊपर के व्यक्ति का रेंडमली सेम्पल लेकर टेस्ट के लिए भेजा जायेगा, ताकि पता चल सके की संक्रमण किस प्रकार से हो रहा है, SERO सर्वे में किसी खास इलाके में होता है, ये सर्वे जिला स्तर पर होता है, जिससे ये पता चलता है कि आखिर संक्रमण किस स्तर पर फैल रहा है, ये सर्विलांस इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR), नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (NCDC) और सरकार के दूसरे डिपार्टमेंट की तरफ से किए जा रहे हैं, सर्वे के तहत हर हफ्ते कुल मिलाकर 200 सैंपल लिए जाएंगे. जिन जिलों में ज्यादा खतरा है वहां हर हफ्ते 100 सैंपल लिए जाएंगे. जबकि कम खतरे वाले जगहों से हर हफ्ते 50 सैंपल जमा किए जाएंगे. बता दें कि बेगयसराय के ज्यादातर कोरोना पॉजिटिव में संक्रमण के लक्षण नहीं दिख रहे थे, फिर भी जांच के बाद उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी थी ।