बेगूसराय में यूरिया की भारी किल्लत, किसान परेशान कालाबाजारियों की कट रही चांदी

खोदावंदपुर/बेगूसराय : बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र में यूरिया की भारी किल्लत है.जिससे किसान परेशान हैं.कालाबाजारियों की चांदी कट रही है.किसान हित की बात करनेवाली सरकार की दलीलें खोखली साबित हो रही है.

पैक्सों में नहीं है यूरिया- खोदावंदपुर प्रखंड क्षेत्र के कुल आठ पैक्सों और व्यापार मंडल में यूरिया का अभाव है. पैक्स अध्यक्ष यूरिया नहीं होने का रोना रो रहे हैं.रबी फसल पटवन के बाद किसान यूरिया के लिए भटक रहे हैं. कालाबाजारियों की चांदी कट रही है.ऊंची किमत पर यूरिया की विक्री हो रही है.सरकारी दर पर 266 रूपये में बिकने वाले यूरिया का बोरा खुलेआम 300 रुपये में बेचा जा रहा है.

सरकारी व्यवस्था पर उठ रहा सवाल- क्षेत्र के किसानों का कहना है कि एक दशक पहले तक यूरिया की कोई किल्लत नहीं थी. पैक्सों और व्यापार मंडल के जरिए किसानों को उचित दाम पर यूरिया मुहैया करवाया जाता था.परंतु किसानों की आय दुगुनी करने की घोषणा कर रही केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल में किसान बदहाल हैं. अपने हक के लिये किसान सड़क पर हैं. किसानों को कोई सुनने वाला नहीं.राज्य की सुशासन सरकार किसानों की अनदेखी कर रही है.राजकीय नलकूप ठप हैं.पटवन की व्यवस्था नहीं, खाद्य की व्यवस्था नहीं, किसानों के उत्पादों को उचित मूल्य देने वाला कोई नहीं, ऐसे में किसान कैसे खुशहाल होगें.यह यक्ष प्रश्न है.अपना हक मांगने वाले किसानों पर अत्याचार किया जा रहा है.किसान आत्महत्या कर रहे हैं.सरकारी तंत्र चुपचाप बैठी है.

कहते हैं बीएओ- प्रखंड कृषि पदाधिकारी रत्नेश कुमार ने इस संदर्भ में चौकाने वाला ब्यान दिया है. उन्होंने कहा कि वह किसान नहीं है. किसानों की समस्याओं से कोई लेना देना नहीं है. यूरिया कहां मिलता है और कितने में मिलता है, यह मुझे पता नहीं है.