हाय रे सिस्टम : 27 जुलाई को पीएचसी छौड़़ाही में इलाज के लिए तड़पने बाले किसान की पटना में इलाज के दौरान गयी जान, पत्नी भी पॉजिटिव

छौड़़ाही (बेगूसराय) : बेगूसराय जिले छौड़ाही प्रखंड के एकंबा निवासी कोरोना पॉजिटिव एक किसान की मौत इलाज के दौरान पटना एम्स अस्पताल में रविवार को हो गई। मृतक की पत्नी भी जांच में कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं। उन्हें होम क्वारिंटाइन किया गया है। मृतक का अंतिम संस्कार पटना में हीं संपन्न करा दिया गया।

छौड़़ाही पीएचसी प्रभारी द्वारा विगत 27 जुलाई को मृतक से नाजायज रकम की मांग करने एवं पूरा नहीं करने पर उनका कोरोना जांच घंटों इंतजार के बाद भी नहीं किया गया था। उसी समय से उनकी तबीयत बिगड़ गई थी। अब, मृतक कोरोना पॉजिटिव के संपर्क में रहे सैकड़ों किसान और आम लोगों में दहशत व्याप्त हो गया है। ऊपर से छौड़ाही पीएचसी में कोरोना जांच के बाद एकंबा के लोगों को कोई रिपोर्ट या मोबाइल में मैसेज नहीं देने से जांच कराए लोगों में अलग घबराहट देखी जा रही है। मृतक के घर के बगल में पंचायत होने के कारण कार्यालय को सात दिन तक के लिए बंद कर दिया गया है।

सिस्टम की लापरवाही है चरम पर विगत 27 जुलाई को एकंबा निवासी अवधेश कुमार सिंह अपने पुत्र अभिजीत कुमार सिंह ग्रामीण आदित्य कुमार अनीश कुमार आदि के साथ छौड़ाही पीएचसी पहुंचे थे। उन्होंने पीएचसी प्रभारी एवं स्वास्थ्य प्रबंधक से गुहार लगाई कि हमारा तबीयत खराब है हमारी जांच कम से कम कर लीजिए इलाज कहीं भी करवा लेंगे। लेकिन घंटों इंतजार के बाद भी डॉक्टरों ने नाजायज रकम की मांग पूरी नहीं करने पर ना तो जांच की ना हीं उनका इलाज किया।सदर अस्पताल बेगूसराय में जांच किया गया जिसमें मृतक एवं उनकी पत्नी दोनों पॉजिटिव पाई गई। अवधेश सिंह का तबियत खराब होने पर उन्हें पटना रेफर कर दिया गया था। सांस लेने में तकलीफ होने के बावजूद पीएचसी छौड़ाही ने एक अलग एंबुलेंस नहीं करवाया था।

DM बेगूसराय से की गई है ये मांगे किसान सलाहकार अनीस कुमार, पैक्स प्रबंधक राजीव पासवान, वार्ड पंच संघ के प्रखंड अध्यक्ष अशोक पंडित कहते हैं कि एकंबा के जो लोग कोविड-19 टेस्ट करा रहे हैं ,उन्हें ना तो कोई सरकारी स्लीप और ना हीं जांच के बाद कोई लिखित सूचना दी जा रही है। मोबाइल पर भी कोई मैसेज नहीं आ रहा है। विगत सप्ताह से एकंबा पंचायत से करोना पॉजिटिव के खबर आने के बाद, कई लोग जांच कराए लेकिन किन्हीं को मोबाइल पर सूचना तक भी नहीं दी गई। ग्रामीणों ने लापरवाह पीएचसी के डॉक्टर स्वास्थ्य प्रबंधक पर सख्त कार्रवाई करने एवं पूरे एकंबा गांव को सेनीटाइज कर गांव में कैंप लगाकर कोविड-19 का जांच कराने की मांग डीएम से की है।