ग्राउंड रिपोर्ट : कावर क्षेत्र के किसानों की टूटी कमर,कहीं लोकडॉवन वजह तो नहीं

मंझौल : बुधवार अहले सुबह तेज हवा के साथ हुई बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की कमर तोड़ दी है, कावर क्षेत्र सहित मंझौल पबरा के बहियार में लगभग 1000 हेक्टेयर खेत में लगी हुई थ्रेसरिंग के लिये कटने को तैयार गेंहू की फसल को नुकसान पहुंचा है। वही कटे हुए फसल और दौनी के लिये जमा किये गये गेहूं का बोझा भींग जाने से किसानों को दौनी करने के लिये अब फसल को सुखाना पड़ेगा। जिससे किसानों की परेशानी दोगुनी बढ़ गयी है। कृषि विशेषज्ञों की माने तो उक्त फसल के अन्न और भूसा उत्पादन में भी बारिश का खासा प्रभाव पड़ेगा ..

कैसे हुआ दौनी में विलंब, कहीं लोकडॉवन तो नहीं बनी समस्या ?

लोकडॉवन में कृषि मंत्रालय ने कृषि कार्य को लोकडॉवन से मुक्त करते हुए किसानों को  विशेष निर्देश का पालन करने को कहा गया, मजदूर के अभाव में ज्यादा किसान मशीनों पर आश्रित हो गये  जिसमें कम्पाइन मशीन , कटर मशीन , रीपर मशीन का अधिकाधिक उपयोग की बात भी कही गयी है, मालूम हो कि उक्त मशीनों में कई ऐसे छोटे छोटे  पार्ट्स और जरूरी सामान  होते हैं , जो बार बार खराब होने या टूट फुट होने पर बदला जाता था। लेकिन किसानों के सामने उक्त मशीन की जरूरत समान की उपलब्धता को लेकर समस्या उतपन्न हो गयी, लेकिन कृषि यांत्रिकी के दुकान बंद होने से किसानों को छोटे मोटे पार्ट्स खरीदने के लिए भारी दिक्कतों का सामाना करना पर रहा था जिससे गेंहू के कटनी और दौनी में बिलंब हुआ।