लॉकडाउन में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार को गंभीरता से ले बिहार सरकार : ललन

डेस्क : लॉकडाउन के दौरान के पुलिस महानिर्देशक गुप्तेश्वर पांडे के गंभीर दिशा निर्देश से पुलिस राज्य से सक्रिय हो गयी है। जिससे पुलिस ने काईम के गाफ को कंट्रोल करने सफलता पायी है। उक्त बयान युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ललन कुमार ने प्रेस बयान जारी कर दिया है। उन्होंने कहा कि पुलिस फ्रेण्डली से जहा क्राईम कंट्रोल हुआ है। वहीं महिलाओं पर हुई अत्याचार से बिहार शर्मसार हुआ है। महिलाओं के प्रति पुलिस असंवेदनशील रही है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान अनेक थाना क्षेत्रो में महिलाओं के साथ बत्तसलूकी की घटना बढी है। जो कि निंदनीय है। राज्य की धरती बोद्ध एवं डा.राजेन्द्र प्रसाद की रही है।

उन्होंने कहा कि महिलाओं प्रति बढी घटना यह संदेश मिला है कि थाना स्तर पर महिला पुलिसकर्मी की कमी है। जिस कारण महिलाओं की घटना घटी। उन्होंने राज्य सरकार से मांग करते हुए कहा कि कानून बनाकर जल्द -जल्द से प्रत्येक थाना में महिला पुलिस एसआई ,मुंशी ,कांस्टेबल की नियुक्ति की जाय। उन्होंने कहा कि थाना में महिलाओं के नियुक्ति नहीं होने महिलाओ के प्रति संवदेनशील नही रहती है। डीजीपी ने क्राईम कंट्रोल कर देश में पॉजिटिव संदेश दिया है। ललन कुमार ने क्राईम कंट्रोल का डाटा पेश करते हुए कहा कि लॉकडाउन में भी अपराध अपने चरम पर है। लगातार कई अपराधिक घटनाएं सामने आयी है। वहीं बिहार में बलात्कार घटना भी थमने का नाम नहीं ले रही है। साथ ही बिहार के कई जिलों से बलात्कार के कई ताजे मामले आये है जो कि लॉकडाउन के दौरान हुई है। हम आपको बताते चले कि 8 मई का ही ताजा मामला दरभंगा का है।

जहां 14 वर्षीय नाबालिक लडक़ी के साथ 5 युवकों ने मिलकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। वही दुसरा मामला भी 8 मई की है जो किशनगंज में एक नाबालिक 16 वर्षीय लडक़ी के साथ दो दरिंदो ने गैगरेप की घटना को अंजाम दिया। जिसके बाद उस युवती की सुबह में शव बरामद हुई। वहीं 1 मई को पटना के मसौढी में दसवीं की 14 वर्षीय छात्रा के साथ 5 दरिदों के दुष्कर्म की घटना को अंजाम देकर सुबह विद्यालय के पास छोड़ भाग गए। इसके पहले 29 मई को नवादा में नाबालिक लडक़ी के साथ तीन युवकों ने गैंग रेप की घटना को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों युवक फरार हो गए। भले ही इन सभी मामलों में दोषियों की गिरफ्तारी हो गयी। लेेकिन उन लड़कियों का क्या जो इस तरह की पीड़ा से गुजरती है और पूरा जीवन वो इस पीड़ा से गुजरती रहेगी। यही नहीं अब तो उन लड़कियों को बिना किसी गलती के ही हमारे समाज उन्हें हीन नजरों से देखा जायेगा। सवाल तो बहुत है बरहाल अब ये देखना है कि इस तरह घिनौनी करतूत करने वाले दोषियों को कब तक सजा मिलती है। दरभंगा 8 मई को 5 युवकों ने गैगरेप की घटना को दिया अंजाम: एक तरफ जहां पूरा विश्व त्राहिमाम है।

वहीं भारत और बिहार भी पूरी तरह से परेशान है। अगर हम बात करें बिहार में भी पूरी तरह लॉकडाउन है और इस लॉकडाउन के बावजूद भी अपराधी घटनाओं को अंजाम दे रहे है। गौरतलब है कि बिहार में इन दिनों गैगरेप की घटनाएं काफी बढ गया है। बता दे कि अभी का ही ताजा मामला है जिसमें कि दरभंगा में दसवीं क्लास में पढने वाली नाबालिक छात्रा का पांच युवकों ने गैगरेप किया इस गैगरेप के बाद नाबालिक लडक़ी का विडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया इन सब को देखते हुए साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि जहां एक तरफ लॉकडाउन है वही ऐसे गंदी और घिनौनी घटनाओं से बिहार बार-बार शर्मसार हो रहा है।

किशनगंज में 8 मई को युवकों ने रेप की घटना को दिया अंजाम: बता दे की बिहार के कि बिहार के किशनगंज के पोठिया थाना क्षेत्र के माखन पोखर के पास दिल दहला देनेवाली घटना सामने आई थी। यहां 16 वर्षीय नाबालिक लडक़ी के साथ दो दरिंदो ने मिलकर गैगरेप की घटना को अंजाम दिया था,और सुबह में उसका शव मिला। ये घटना उस वक्त की जब ये नाबालिक बच्ची जब खेत में अपनी मवेशियों को लाने गई थी। लेकिन दुसरे दिन सुबह बच्ची का घर पर उनका शव पहुंचा। अपनी बच्ची का ये हाल देख उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल था। जिसके बाद वहां के स्थानीय थाना में मामला दर्ज किया गया। वहीं इस घटना पुष्टि करते हुए वहां के एसडीपीओं अनवर ने कहा कि दोनो अभियुक्तो को गिरफ्तार कर न्यसयिक हिरासत में भेज दिया गया है साथ ही भरोसा दिलाया कि उन पर स्पीडी ट्रायल चलाकर जल्द से जल्द सजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा। पटना 1 मई को तीन दरिंदो ने गैगरेप की घटना को दिया अंजाम:बता दे की ये मामला बीते 1 मई को पटना से सटे मसौढी अनुमंडल के भगवानपुर थाने का है। जहां 14 वषीर्य नाबालिक लडक़ी के साथ तीन लोगों ने दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। गौरतलब है कि इन दरिंदो ने दुष्कर्म के घटना को उस वक्त अंजाम दिया जब युवती अपने घर से बाहर अकेली शौच के लिए निकली थी। तभी तीन बदमाशों के द्वारा अपरहण कर ली गयी। जिसके बाद वहीं मोहल्ले के पास कमरे में बंद कर तीनों ने मिलकर गैगरेप की घटना को अंजाम दिया और दुसरे दिन आरोपियों ने युवती को बाइस से मसौढी अनुमंडल के गांव स्थित विद्यालय के पास छोड़ दिया। जिसके बाद वो फरार हो गए। जिसके बाद पीडित युवती किसी तरह अपने घर गयी और अपने माता-पिता से सारी बात बताई उसके बाद मामले को थाने में जाकर दर्ज कराया था।

नवादा में 29 अप्रैल तीन युवकों ने गैगरेप की घटना को दिया अंजाम:ये मामला 29 मई को बिहार के नवादा जिले का है। जहां लॉकडाउन के दौरान एक नाबालिग युवती के साथ तीन युवकों ने गैगरेप कर घटना को अंजाम दिया है। दुष्कर्म की यह घटना कादिरगंज थाना क्षेत्र के एक गांव की है। बता दे कि ये घटना उस वक्त की जब पीडि़त लडक़ी मंगलवार की रात को वो अपने घर पर सोई हुई थी। तभी उसकी एक सहेली का देर रात फोन आया और वो उसे रात 12 बजे के बाद बुलाई। जिसके बाद ये घटना हुई। वहीं दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद तीनों युवक फरार हो गया। वहीं मामले की जानकारी होते ही पीडि़त युवती के परिवार ने इस घटना की प्राथमिकी नवादा महिला थाने में दर्ज करा दी थी। जहां पीडित युवती के द्वारा तीन युवकों का नाम दर्ज कराया गया था और दो अज्ञात लोगों पर एफआईआर हुआ है जिन्हें वो नहीं पहचानती थी। वहीं पुलिस प्राथमिकी दर्ज कर तीनों युवकों की गिरफ्तार के लिए गांव में छापेमारी कर रही है। लेकिन अभी भी दरिंदे पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।