बेगूसराय के बेटे ज्योतिष कुमार को Google ने दिया एक करोड़ का एनुअल पैकेज, ऐसे हासिल किया यह मुकाम

न्यूज डेस्क: दुष्यंत कुमार की बेहद मशहूर पंक्ति “कौन कहता है कि आसमां पे सुराख नहीं होता, कोई तबीयत से पत्थर तो उछालो यारो” को बेगूसराय के लाल ने चरितार्थ कर दिया है। बचपन से ही होनहार और पढ़ाई को लेकर जिद्दी ज्योतिष ने बेगूसराय का नाम विश्व पटल पर रोशन कर दिया है। दरअसल दिनकर की धरती बेगूसराय में जन्मे ज्योतिष कुमार को गूगल ने यूजर एक्सपीरियंस रिसर्चर का पदभार दिया है। इस पोस्ट के लिए इन्हें गूगल ने 1 करोड़ रुपए का भारी भरकम पैकेज दिया है। ज्योतिष के इस मुकाम के पीछे पूरे परिवार का संघर्ष छिपा हुआ है। अब जब इस संघर्ष का फल मिला तब पूरा परिवार खुशी से झूम उठा।

बेगूसराय के ‘लाखो’ के रहने वाले ज्योतिष कुमार के पिता पेशे से शिक्षक है। एक शिक्षक पिता के पुत्र ने आज बेगूसराय को गौरवान्वित कर दिया है। ज्योतिष सोमवार को गूगल में अपने पदभार को संभाल लिया है। सोमवार के सुबह 11:00 बजे गूगल मीट के जरिए कंपनी के अधिकारियों और सहकर्मियों को अपना परिचय देते हुए बेगूसराय के आर्थिक से लेकर सांस्कृतिक वातावरण तक को साझा किया। इसमें इन्होंने रामधारी सिंह दिनकर के रश्मिरथी का भी जिक्र किया। ज्योतिष कुमार के इस व्यवहार से उनके जमीन से जुड़े होने का पता चलता है।

ज्योतिष कुमार का जन्म बेगूसराय के लाखों गांव में 15 अक्टूबर 1991 को हुआ। ज्योतिष की प्राथमिक शिक्षा गांव के ही गायत्री शिक्षण संस्थान से पूरी हुई, इसके बाद इन्होंने साल 2006 में कॉलेजिएट स्कूल से दशमी पास की। इसके बाद ज्योतिष ने जी डी कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करके इंजीनियर बनने का मन बनाया। लेकिन इनके घर की हालात वैसी ठीक नहीं थी कि किसी बड़े कॉलेज में बीटेक किया जा सके।

लेकिन इनके लिए दुष्यंत कुमार की उपरोक्त पंक्ति बिल्कुल सटीक बैठता है। ज्योतिष के पिता ललित कुमार ने अपनी जमीन को बेचकर ज्योतिष का नामांकन एनआईटी कुरुक्षेत्र, हरियाणा में एडमिशन कराया। ज्योतिष और उनके पिता ने ठान लिया था कि आसमान में सुराख कर देना है चाहे जितना भी कस के पत्थर उछालना पड़ जाए। ज्योतिष के पिता स्कूल में पढ़ाने के साथ-साथ ट्यूशन में भी मेहनत करने लगे। ज्योतिष ने बी टेक कंप्लीट कर लिया। इसके बाद इसी कॉलेज से एमटेक भी किया। ज्योतिष शुरू से ही होनहार छात्रा रहे हैं। इन्होंने आगे पढ़ने की इच्छा जाहिर की जिसके बाद पीएचडी की डिग्री भी आईआईटी दिल्ली से हासिल कर ली। उनकी पीएचडी ह्यूमन कंप्यूटर इंट्रक्शन विषय पर है।

ज्योतिष अपने पिता के तरह ही मेहनती है। पढ़ाई के साथ इन्होंने एक कंपनी में 22 लाख के पैकेज पर नौकरी भी की। ज्योतिष यहीं नहीं रुके वह कड़ी मेहनत करते रहे और इनका मेहनत एक दिन रंग लाया। अब दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन गूगल ने ज्योतिष को एक्सपीरियंस रिसर्च के पोस्ट पर चयन कर लिया। गूगल की नौकरी की प्रक्रिया फरवरी 2022 से शुरू हुई। इसके बाद करीब 12 स्तर पर साक्षात्कार के बाद बीते सप्ताह यह प्रक्रिया पूरी हो गई। कंपनी ने ज्योतिष के घर पर लैपटॉप सहित पूरा सिस्टम भिजवा दिया है, ताकि ज्योतिष यहां से कंपनी के साथ कदम से कदम मिलाकर सेवा दे सके। ज्योतिष अति शीघ्र गूगल के बेंगलुरु स्थित मुख्यालय में ऑफलाइन कार्यभार संभालेंगे।

ज्योतिष कहते हैं कि हमारी तरह गूगल में 100 से अधिक एक्सपीरियंस रिसर्च की टीम मौजूद है। अब मुझे इस टीम का हिस्सा बनकर काफी गर्व महसूस हो रहा है। वहीं दुनिया के सबसे बड़े कंपनी में शुमार गूगल ज्वाइन करने पर ज्योतिष के माता-पिता समेत पूरा बेगूसराय खुशी के मारे फुले नहीं समा रहा है। ज्योतिष सोमवार से गूगल को ऑनलाइन ज्वाइन कर लिए हैं अब यह अपना समय गूगल के लिए देंगे।