बिहार : भारत के पहले सरकारी फ्रोजेन सीमेन स्टेशन में रेड सिंधी, साहीवाल, मुर्रा, जर्सी जैसी नस्लें होंगी तैयार

डेस्क: बिहार में बहुत जल्द ही नया अत्याधुनिक फ्रोजन सीमेंट स्टेशन की स्थापना हो जाएगी। यह बिहार के पशुपालकों के लिए काफी अच्छी खबर साबित होगी। इसके स्थापना होने से देसी गायों की नस्ल संवर्धन में मदद मिलेगी और उनके दूध उत्पादन की क्षमता भी लगभग दुगनी हो जाएगी। इसकी स्थापना पूर्णिया के मरंगा क्षेत्र में निर्माण कार्य होगा। इस स्टेशन में उन्नत से नस्ल के सांड और भैंसे लाए जाएंगे अब इसका काम चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा।

क्या होगी खास बात इसमें सबसे खास बात यह होगी कि इसकी स्थापना 105 एकड़ क्षेत्र में की गई है चारागाह भी काफी विस्तृत बनाई गई है और भैंसों के लिए विशाल से शेड बनाए गए है।इस स्टेशन से 50 लाख डोज का सालाना उत्पादन होगा इसमें बेहतरीन में गायों भैंसों की नस्लें में तब्दीली करने में मदद मिलेगी। वास्तव में एक ही सांड कई गायों के गर्भाधान कराने से कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं अब वीर्य को ठंडाकर सुरक्षित रखा जाएगा। लैब मे-196 डिग्री में सभी स्पर्म सुरक्षित रखा जाएगा यह स्पर्म लंबी अवधि तक जीवित रहते हैं और जरूरत पड़ने पर इसका उपयोग किया जाता है।

देश की उन्नत नस्ल की गायें जैसे गिरी, साहिवाल, राठी, दुआमी, रेड सिंधी,थरपाकर आदि अब देसी स्थानीय गायो कों उन्नत नस्ल बनाया जा सकता है। अभी यह सिर्फ पटना में स्थित है। कितना होगा फायदा सीमेंज डोज की बिक्री से कम से कम 10 लाख की आय होगी। गर्भाधान से अच्छी संतान पाई जाएगी इससे स्वादिष्ट और शक्ति दायक दूध प्राप्त होगा इससे 2-3 लीटर दूध देने वाली गाय भी कम से कम 12 से 15 लीटर तक दूध देगी। पशुपालको के आय में वृद्धि अधिक होगी, दूध उत्पादन में भी वृ