भगवान भक्त के दिल में निवास करते हैं- कैलाश महाराज

तेघरा : सच्चे मन से भगवान की भक्ति करने से घर में  सुख शांति का वातावरण बना रहता है। भगवान भक्त के दिल में निवास करते हैं। हर आत्मा के अंदर परमात्मा की भक्ति होती है। श्रीमद् भागवत कथा के प्रथम दिन कथावाचक ने कैलाश जी महाराज ने कथा के दौरान कहीं। यह सप्तदिवसीय श्रीमद् भागवत कथा गाँव परिक्रमा के साथ शुरू हुआ। कन्याओं द्वारा राधे राधे नाम जप से वातावरण पवित्रमय बना रहा ।

बताते चले रघुनन्दनपुर में आयोजित सप्तदिवसीय श्री मद्भागवत कथा के प्रथम दिन कथा वाचक कैलाश जी महाराज के मुख से संगीतमय भागवत  कथा में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी।कथा के दौरान भगवान और भक्त की कथा को सुनाते हुये महाराज जी ने कहा बुद्धि तो सबके पास है लेकिन बुद्धि में योग आ जाये और योग आयेगा भगवान की प्रीती करने से।हम अपने दिल से भगवान को जोड़े। जो कुछ काम करे, भगवान की प्रीती-प्राप्ति के लिए करें। कर्म तो हम करते हैं लेकिन कर्म में योग मिला दे तो कर्मयोग हो जाएगा।