बेगूसराय के छीतनौर गांव में गंगा नदी का रौद्र रूप, आधा किलोमीटर हो चुका है कटान

डेस्क : बेगूसराय जिला को गंगा नदी का विशेष छत्रछाया प्राप्त है। गंगा का मैदानी भाग अति उपजाऊ होने के कारण जिले के बड़े आबादी के लिए ख़ुशीहाली का भी साधन है। लेकिन बाढ़ के वक्त में गंगा ने जिले के मटिहानी प्रखंड में विकराल रूप धारण किया है। विगत दिनों से जारी कटाव से दहशत में आए ग्रामीणों ने मटिहानी प्रखंड क्षेत्र के चाक छितरौर गंगा घाट के समीप कटाव स्थल पर मां गंगा की पूजा अर्चना की।

प्रखंड के चाक छितरौर एंकर के समीप हो रहे गंगा में तेज कटाव के बाद गांव को बचाने के लिए दर्जनों महिलाओं ने गंगा तट पर मां गंगा की पूजा अर्चना कर गंगा को वापस लौटने की प्रार्थना की। मटिहानी प्रखंड के खोरामपुर पंचायत के चाक छितरौर गांव के बीच में गंगा नदि पर बने बोल्डर डेम के पास पिछले एक माह से गंगा में तेज कटाव जारी है। गंगा अब गांव के नजदीक पहुंच गई है। अगर इसी रफ्तार से गंगा का कटाव जारी रहा तो कुछ दिनों में ही सैकड़ों घरों पर गंगा में विलीन होने का खतरा पैदा हो जाएगा। छितरौर गांव की दर्जनों महिलाओं ने गंगा तट पर गंगा की पूजा अर्चना की और प्रार्थना किया। महिलाओं ने गंगा मां को पाठी खस्सी भी चढ़ाने की कबूलती की है।

प्रसासन की उदासीनता का प्रतिफल है यह कटाव विगत दिनों से जिला प्रसासन बाढ़ से निपटने को लेकर हर सम्भव तैयारी को लेकर एक्शन में है। लेकिन अंचल स्तर के अधिकारी की उदासीनता के प्रतिफल स्वरूप यह कटाव कुछ ही दिनों में अब गाँव को लीलने की ओर अग्रसर हो गया है। पंचायत की मुखिया नीतू देवी पंचायत समिति सदस्य मनोहर कुमार सिंह बताया कि जिला प्रशासन और स्थानीय सांसद वह केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को भी सूचना दी गई है । जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने मौके का जायजा भी लिया है और जल्दी ही काम करने का आश्वासन दिया है।

लेकिन पिछले एक साल में गंगा 600 मीटर कटकर छितरौर गांव के नजदीक पहुंच गई है, जिससे 10000 की आबादी प्रभावित होगी। जिस तेज गति से गंगा में कटाव जारी है वैसे में गांव के बचने की संभावना कम ही है। वहीं दूसरी ओर मटिहानी प्रखंड के कई गंगा घाटों के किनारे कटाव को देखते हुए जल संसाधन विभाग ने मिट्टी भरकर बोरे का बांध बनाया है ताकि किसी तरह से कटाव पर रोक लग सके। सीओ उपेंद्र कुमार ने बताया कि कटाव से संबंधित सूचना विभाग को दी गई है विभागीय पदाधिकारियों ने स्थल का जांच भी किया है और कटाव निरोधी कार्य करने का सिर्फ आश्वासन दिया है