चेरियाबरियारपुर विधानसभा के पूर्व और वर्तमान विधायक जी ने बहाई विकास की ऐसी गंगा कि

मंझौल : जिस गाँव के नेता विधानसभा चुनाव जीतकर विधायक बन जाते हैं, उस गाँव के विकास के लिए आप कितना उम्मीद लगा सकते हैं, जितना लगाइयेगा सब व्यर्थ ऐसी ही कहानी है अनुमंडल मुख्यालय मंझौल के पबरा पंचायत में , आपको बतायें इस गांव के अनिल चौधरी लोजपा के टिकट पर दो बार विधानसभा पहुंचें, लेकिन गाँव वहीं का वहीं है, चेरिया बरियारपुर की वर्तमान विधायक पूर्व मंत्री मंजू वर्मा तो चुनाव के बाद सायद पबरा आयी भी ना हो, फिलवक्त स्थिति क्या है आप समझिये एसएच 55 से पबरा नदी घाट को जोड़ने बाली सड़क पर कदम कुआं चौक, महावीर स्थान के समीप झील सा नजारा बन गया है।

बताते चलें कि कुछ घण्टे की बारिश होने पर सालों भर अक्सर ऐसा नजारा बना रहता है। जिससे गांव के लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार गाँव में जल निकासी को लेकर कोई भी मुख्य नाला का ना होना इसकी सबसे बड़ी वजह है। ऐसे में जब कोरोना सक्रमण को लेकर बिहार सरकार के आदेशानुसार हर गाँव को सेनेटाइज किया जा रहा है। तब पबरा के लोग गन्दे जमे हुए पानी से आवाजाही करने को विवश हैं। जिससे संक्रामक बीमारी के फैलने का खतरा व्याप्त हो गया है। प्रकाश भारती , सौरभ कुमार, उमेश नारायण , जय प्रसाद , मुरारी कुमार आदि लोगों ने जल्द से जल्द जल निकासी की मांग किया है।