बेगूसराय। बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र के जनता दियारे के कुल 5 पंचायतों की सभी गांव पूरी तरह से जलमग्न है ।अधिकांश परिवार के लोग अपने माल मवेशियों के साथ पानी के बीच अपने घरों पर ही बाढ़ की समस्याओं से भगवान भरोसे जूझ रहे हैं। इन परिवारों तक राहत के नाम पर जिला प्रशासन की ओर से नो उनके मवेशियों को चारा और न ही बाढ़ पीड़ितों के लिए आवश्यक सामग्रियों की व्यवस्था की जा सकी है ।बाढ़ प्रभावित गांव में मवेशियों के साथ पलायन कर जहां-तहां ऊंचे स्थान पर डेरा डाले बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत के नाम पर प्रत्येक मवेशियों के लिए अब तक महज पांच -पाँच किलो भूसा का वितरण किया गया है ।बुधवार की सुबह 10 बज में प्रखंड कार्यालय परिसर में डेरा डाल कर रह रहे बनारसी कुंवर देव करण राय ,आनंदी चौधरी, सरोज चौधरी, विष्णु देव राय ,श्रवन टोल के भोलू पासवान विश्वंभर पासवान आदि बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि यहां शिविर में प्रत्येक मवेशी के नाम पर पांच-पांच किलो भूसा ऊंट के मुंह में जीरा के फोरण के समान है।
उन्होंने कहा मंगलवार को कैंप में एक एक छोटी टोकरी से भूसा मिला था ।जो मवेशियों के सूखे चारे के रूप में शाम तक भी नहीं चली ।सुबह से उनके मवेशी भूखे हैं ।।अब तक उन्हें एक पन्नी भी नसीब नहीं हुआ है ।झमतिया पुल पर डेरा डालकर रह रहे बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि मवेशियों को जिंदा रखने के लिए वह भूखे प्यासे चारे की तलाश में दूर-दूर तक भटकते हैं ।खरपतवार, दूभ जंगल की लतर काटकर मवेशियों को खिला रहे हैं ।बाढ़पीड़ितों ने बताया कि यहां सरकारी राहत के नाम पर 1 दिन पूर्व ही अंचल कार्यालय के एक कर्मचारी ने पहुंचकर एक छोटी सी बांस की टोकरी से एक एक टोकरी करके प्रत्येक पशु के लिए भूसा का वितरण किया था। फिर कोई सुधि लेने के लिए नहीं पहुंचे हैं ।
इधर बछवाड़ा अंचल के सीओ सूरज कांत ने पूछने पर बताया कि चमथा दिया रे के बाढ़ प्रभावित पंचायतों से पलायन कर 10 जगहों पर कैंप कर रहे बाढ़ पीड़ितों के मवेशियों के लिए सूखे चारों के रूप में भूसा का वितरण कराया जा रहा है।
कहा कि झमटिया पुल, फतेहा हॉल्ट ,लगड़ा ढाला, मऊ घाट चमथा नंबर ढाला, मिर्जापुर हॉस्पिटल, विद्यापति हाई स्कूल, विद्यापतिनगर रेलवे स्टेशन के पास चमथापुल व प्रखंड कार्यालय परिसर में गांव से पलायन कर कैंप कर रहे बाढ़ पीड़ितों के बीच मवेशियों के लिए सूखा चारा के रूप में भूसा का वितरण किया गया है।