बेगूसराय में बेखौफ अपराधियों ने की अंधाधुंध फायरिंग, एक बेटे की मौत, दुसरा बेटे की स्थिति नाज़ुक एवं पति गंभीर रूप से घायल

बरौनी बेगूसराय जिला में लगातार हो रही हत्या लूट,छिनतई, चोरी जैसे संगीन घटनाओं से व्यवसायियों एवं आमलोगों में दहशत का माहौल है।वहीं बेगूसराय प्रशासन के अपराध नियंत्रण के खोखले वादों की पोल खोल रहा है।रोज हो रही ताबरतोर हत्या की वारदातों ने जिलेवासियों में खौफ पैदा कर दिया है।शराब और शराबियों को तलाशने में अपनी ऊर्जा झोंकने वाली पुलिस अपराध पर अंकुश लगाने में पूरी तरह विफल है।

बेगूसराय के तकरीबन हर इलाके में बेखौफ बदमाशों का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है।2 सितंबर की देर रात लगभग 11:30 बजे के आसपास तेघड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत बनहारा गांव के सरपंच मीणा देवी के घर पर चढ़ कर छह से अधिक संख्या में हथियार से लैस बेखौफ अपराधियों ने पहले सरपंच पति सुबोध राय के साथ बेरहमी से मारपीट किया हल्ला सुनने पर जब सरपंच के दोनों पुत्र अवनीश राय एवं रजनीश राय पिता को बचाने पहुंचे तो हथियार से लैस अपरधियों ने ताबरतोर गोलियां चलाई।

जिसमें सरपंच के एक पुत्र अवनीश राय की मौके पर मौत हो गई एवं दूसरा बेटा रजनीश राय बेगूसराय नीजी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।वहीं इस घटना से बनहरा गांव के लोगों में दहशत का माहौल है।स्थानीय लोगों की मानें तो हत्या करने की नीयत से गांव के ही दबंग और अपराधी प्रवृति के लोग ने घटना को अंजाम दिया है।पहले भी घटना को अंजाम देने वाले ने मृतक परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी।घटना की सूचना मिलते ही तेघड़ा डीएसपी के नेतृत्व में कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुटी है।पुलिस ने घटनास्थल से दो खोखा भी बरामद किया है।

इससे पहले भी बेखौफ अपराधी इस परिवार के तीन सदस्यों का गोलीमार कर कर चुके हैं हत्या मृतक की मां सरपंच मीणा देवी प्रखंड सरपंच संघ की उपाध्यक्ष भी हैं।जानकारों के मुताबिक इस घटना से पूर्व भी बेखौफ अपराधियों ने 8 फरवरी 2001 को सुबोध राय के मंझले भाई रामाधार राय को धनकौल के मेडिकल स्टोर पर संध्या लगभग 8 बजे अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।

वर्ष 2002/3 उक्त घटना के 1 साल बाद उनके बड़े भाई जनार्दन राय तथा उनके चचेरे भाई सुधीर राय की भी हत्या अपराधियों द्वारा गोलीमार कर की जा चुकी है।लोगों ने बताया कि आधा दर्जन से अधिक की संख्या में हथियारबंद अपराधी हत्या के नियत से देर रात उनके घर पर धावा बोला और घटना को अंजाम दिया।साथ ही उन्होंने कहा लूट पाट या ट्रैक्टर ले जाना साक्ष्य भटकाने के सिवा कुछ नहीं है। सुनियोजित तरीके से अपराधी हत्या की नीयत से सरपंच के घर पर पहुंचे थे।जिसमें उनके एक पुत्र की हत्या मौके पर ही हो गई।दुसरा पुत्र और पति अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।