किसान सलाहकार पर किसानों ने लगाया गंभीर आरोप,कहा बिना नजराना लिए नहीं करते कोई काम

छौड़ाही / बेगूसराय : जिले के छौड़ाही प्रखंड के कृषि समन्वयक द्वारा किसान विरोधी रवैया अपनना अब उन्हें भाड़ी परने लगा है। ओलावृष्टि एवं अतिवृष्टि से बर्बाद हुई फसल की क्षतिपूर्ति हेतु आवेदन कृषि समन्वयक द्वारा बिना जांच के ही रद्द कर देने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। प्रखंड क्षेत्र के आक्रोशित किसानों ने प्रखंड और पंचायत कृषि कार्यालय का घेराव कर तमाम किसान सलाहकारों को बंधक बनाते हुए भारी हंगामा किया।

आक्रोशित किसान सलाहकार को पीटने पर आमादा थे। जनप्रतिनिधियों एवं प्रबुद्ध जनों द्वारा समझाने बुझाने के बाद किसान शांत हुए। इस संदर्भ में जिला पार्षद गंगा देवी, एकंबा मुखिया राजेश सिंह, सहुरी पंचायत के उप मुखिया रामोतार महतो, किसान लक्ष्मी यादव, शिवशंकर राय समेत प्रखंड के तमाम किसानों का कहना है कि पिछले 2 वर्ष से छौड़ाही के कृषि पदाधिकारी एवं कृषि समन्वयक द्वारा किसान विरोधी रवैया अपनाया जा रहा है। अप्रैल माह में हुई ओलावृष्टि, आंधी तूफान अतिवृष्टि से सैकड़ों एकड़ गेहूं मक्का दलहन आदि की फसल पूर्णरूपेण बर्बाद हो गया। क्षतिपूर्ति हेतु ऑनलाइन आवेदन भी किया गया लेकिन किसान कृषि समन्वयक एवं प्रखंड कृषि पदाधिकारी ऑफिस में बैठ बिना जांच किए तमाम आवेदन को रद्द कर दिया।

विभिन्न फसलों का आच्छादन टेबल पर बैठकर ही किया जा रहा है। वास्तविक स्थिति आंकड़ों से कोसों दूर है। इन किसानों का कहना है कि कृषि समन्वयक क्रॉप कटिंग सिर्फ फाइल में ही करते हैं। जिस कारण विगत 2 साल से छौड़ाही के एक भी किसान को मुख्यमंत्री फसल योजना का लाभ नहीं मिल सका। मुंग, गेहूं बीज वितरण में भी व्यापक धांधली की गई है।किसानों का कहना है कि बिना घूस लिए कृषि समन्वयक एक भी काम नहीं कर रहे हैं। आवेदन के बाबजूद वरीय अधिकारी कारवाई नहीं कर रहे हैं। किसान सलाहकार के वास्तविक फसल क्षति रिपोर्ट को भी दरकिनार कर दिया गया है। हम लोग आज अधिकारी का घेराव करने आए हैं। लेकिन यहां सिर्फ किसान सलाहकार बैठे हुए हैं।

किसान सलाहकारों ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी इसी लिए मुक्त किया गया है। यह आंदोलन जारी रहेगा कृषि अधिकारी को कार्यालय आने नहीं देगें। किसानों ने कृषि निदेशक पटना को भी इस संबंध में आवेदन ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए भेजा है।इस संदर्भ में प्रखंड कृषि पदाधिकारी रामकिशोर शर्मा का कहना है कि किसानों द्वारा कृषि कार्यालय का घेराव एवं किसान सलाहकारों को बंधक बनाए जाने की खबर मिली है। किसानों से वार्ता कर सभी मामला सुलझा लिया जाएगा।