PM मोदी संग चर्चा में सिर्फ दो राज्यों मुख्यमंत्रियों को छोड़कर, अन्य सभी ने लॉकडाउन हटाने का दिया सुझाव

डेस्क : इस लॉक डाउन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर राज्य के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक किया। इस दौरान नरेंद्र मोदी ने हरे रंग की सीमा के साथ एक सफेद गमछा पहने हुए थे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस जैसी भयंकर महामारी के कारण लॉक डाउन और उससे उत्पन्न स्थिति पर चर्चा करने के लिए मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग किया. इस बैठक में मौजूद लोगों में गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन, पीएमओ और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष अधिकारी भी शामिल थे. सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ प्रधानमंत्री कि यह तीसरी बैठक थी। इस मीटिंग में केवल 7 राज्यों को ही बोलने की अनुमति दी गई।

कौन-कौन से थें शामिल : मोदी की इस बैठक में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के सीएम पलानीसामी, मेघालय सीएम कोनार्ड संगमा, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र रावत भी शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक केरल के मुख्यमंत्री पीनाराई विजयन कोरोना वायरस को लेकर इस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में भाग नहीं लिया। केरल ने अपने सुझाव लिखित रूप से दिया हैं केरल के मुख्य सचिव ने इस बैठक में भाग लिया। इस दौरान हिमाचल और मेघालय को छोड़कर सभी राज्यों ने लॉक डाउन को खत्म करने की सलाह दी।

इस बैठक में तीन मुद्दों पर चर्चा हुई

  1. राज्य में कोरोना वायरस मौजूदा स्थिति और रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास.
  2. 20 अप्रैल से गृह मंत्रालय द्वारा प्रदत छुटो के क्रियान्वयन ने पर राज्यों का फीडबैक.
  3. 3 मई के बाद क्या रणनीति हो.

करीब 3 घंटे चली बैठक : यह बैठक करीब 3 घंटे तक चली और इस बैठक में सभी रणनीतियों पर राज्यों ने अपना-अपना पक्ष रखा. हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि 3 मई के बाद लॉक डाउन खत्म होगा या बढ़ेगा लेकिन माना यही जा रहा है कि राज्यों से फीडबैक लेकर अब पीएम मोदी अपनी कैबिनेट में चर्चा करेंगे और संभव है कि 1 या 2 मई तक ही कोई फैसला हो जाएगा. राज्यों ने लॉक डाउन कारण अपनी बिगड़ती अर्थव्यवस्था का मुद्दा भी बैठक में रखा वहीं कुछ राज्यों ने कहा कि उनके यहां कोरोना हॉटस्पॉट अधिक है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पीएम मोदी ने राज्यों से कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ाई में आज भारत बेहतर स्थिति में है और यदि लॉक डाउन को पूरी तरह से हटा दिया जाएगा तो हमें इसका पूरा लाभ नहीं मिल पाएगा।