हरेक सोमवार को बेगूसराय के DRCC में लगेगा जॉब फेयर, कौशल आधार पर विकसित होंगे रोजगार : डीएम

डेस्क : कोरोना काल में घर लौटे श्रमिकों को उनके कौशल के मुताबिक रोजगार मुहैया करवाया जा रहा है। जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में बुधवार को लॉकडाउन के दौरान राज्य के बाहर से वापस लौटे श्रमिकों को रोजगार उपलब्धि हेतु किए जाने वाले प्रयासों की समीक्षा की गई।

जिला प्रशासन रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए है प्रयासरत जिला प्रशासन आगंतुक श्रमिकों की रोजगार उपलब्धता के लिए प्रयासरत है तथा कुशल एवं अकुशल श्रमिकों को उसके हुनर के अनुरूप यथासंभव रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकाधिक श्रमिकों को रोजगार प्राप्त हो सके इसके लिए जरूरी है कि इन्हें एक ऐसा अवसर प्रदान किया जा सके जहां उनके हुनर के अनुरुप आसानी से रोजगार मिल सके। इसी क्रम में उन्होंने प्रत्येक सोमवार को जिला निबंधन-सह-परामर्श केंद्र (डीआरसीसी) में ऐसे श्रमिकों के लिए जॉब फेयर लगाने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि इस मेले के दौरान विभिन्न निजी ईकाइयां एवं कुशल श्रमिकों को आमंत्रित कर उनके बीच समन्वय कराना सुनिश्चित करें ताकि श्रमिकों को उसके कौशल के अनुरूप रोजगार प्राप्त होने के साथ-साथ निजी इकाइयों को भी कुशल मानव बल प्राप्त हो सके।

नये नये विकल्प से पैदा होंगे रोजगार के साधन उन्होंने कहा कि जिले के लिए यह बड़ा अवसर है कि वर्तमान में बड़ी संख्या में अलग-अलग हुनर वाले श्रमिक मौजूद हैं। ऐसे श्रमिक सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों की स्थापना कर जिले की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण योगदान कर सकते हैं। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में काम करने के इच्छुक श्रमिकों से अपील करते हुए कहा कि यदि किसी श्रमिक या श्रमिक समूह के पास इस उदयोग के संबंध में कोई कार्ययोजना है तो जिला प्रशासन सभी प्रकार की सरकारी सहायता के लिए तैयार है। उन्होंने उद्योग विभाग द्वारा राज्य के बाहर से आए कामगारों को स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन उपलब्ध कराने हेतु प्रारंभ की गई जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना के संबंध में भी समीक्षा की तथा इस योजना की स्वीकृति, संचालन, पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण के लिए गठित दस सदस्यीय समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में आईआईटी, आईआईएम.

आईआईटी जैसे संस्थानों से प्रशिक्षित प्रबंधकीय एवं इंजीनयरिंग विशेषज्ञों को भी खोज करने का निर्देश दिया ताकि इस योजना में क्रियान्वयन में नवाचार को बल प्रदान किया जा सके।