शिक्षा सेवा व साधना की चीज है व्यापार की नहीं – नंदलाल पंडित

डेस्क : शिक्षा सेवा व साधना की चीज है व्यापार की नहीं है। इसे जितनी इमानदारी से किया जाय बच्चों का भविष्य उतना ही निखरता है। अन्यथा शिक्षा के अभाव में खीरा चोरी करने वाला एक दिन हीरा चोरी करने लगता है। उक्त बातें बखरी के शैक्षणिक धरोहर श्री विश्वबंधु पुस्तकालय परिवार द्वारा शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षक सह प्रतिभा सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए शिक्षक नंदलाल पंडित ने कहा है। कार्यक्रम की अध्यक्षता व संचालन करते हुए अध्यक्ष डा विशाल केशरी ने बताया कि पुस्तकालय परिवार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में अलख जगाने वाले क्षेत्र के नामचीन पंद्रह वरिष्ठ व गणमान्य शिक्षकों को सम्मानित कर उनके उनके उत्कृष्ट योगदान के प्रति आभार व्यक्त करने की नई परम्परा की शुरुआत की गई है।

पुस्तकालय के सचिव डा आलोक आर्यन ने विषय प्रवेश करते हुए कहा कि एक शिक्षक के रूप में भारत के द्वितीय राष्ट्रपति व महान शिक्षाविद् डा सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने शिक्षा के क्षेत्र में अविस्मरणीय कीर्तिमान स्थापित किये हैं जिस कारण उनके जन्म जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। इसकी सार्थकता तब सिद्ध होगी जब गुरूजनों द्वारा वर्तमान समय में नैतिक ज्ञान से विमुख हो रहे छात्रों को नैतिकता के संवर्धन का समुचित ज्ञान प्रदान कर उसके जीवन में अनुशासिकता का विकास कर सकें। विशेष समिति के सदस्य व नगर पार्षद सिधेश आर्य ने कहा कि आज की शिक्षा- संस्कृति हमारी प्राचीन गुरु शिष्य परम्परा का निर्वाह करने में बिल्कुल अक्षम है। यही कारण है कि हमारा देश भले ही साक्षरता प्रतिशत में आगे बढ़ रहा है, लेकिन संस्कार व चरित्र निर्माण के मामले में हम पीछे छूट रहे हैं।

पार्षद नीरज नवीन पुस्तकालय के पूर्वी मुहार के निर्माण की घोषणा नगर पार्षद व पुस्तकालय के पूर्व सचिव नीरज नवीन ने पुस्तकालय के प्रति अपने प्रेम व इसके विकास की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कि श्री विश्वबंधु पुस्तकालय बखरी ही नहीं वरन् संपूर्ण जिला का धुव्रतारा है जो समय-समय पर बच्चों के लिए शैक्षणिक संवर्धन का कार्यक्रम कर इनके प्रतिभा को निखारने का काम करती है। उन्होंने पुस्तकालय के विकास में अपना सहयोग करते हुए बताया कि आगामी सात सितम्बर को मेरी अनुसंशा से पुस्तकालय पोखर के पूर्वी मुहार पर सीढ़ी निर्माण के लिए साढ़े उन्नतीस लाख की योजना का शिलायान्स होगा जिसमें आप सभी पुस्तकालय प्रेमी सादर आमंत्रित हैं।