गंगा के जलस्तर में वृद्धि से बेगूसराय के तीन अनुमंडल में मंडराया बाढ़ का खतरा, कई गांव के संपर्क खत्म

न्यूज डेस्क : बिहार में गंगा नदी की बढ़ते जलस्तर से आम जनजीवन प्रभावित होने लगा है। बेगूसराय में गंगा नदी मुख्यतः तेघड़ा , सदर और बलिया अनुमंडल से गुजरती है। इन तीनों अनुमंडल क्षेत्र में विगत दिनों गंगा की जलस्तर में वृद्धि से जहां कई गांवों का एक दूसरे से सम्पर्क भंग हो गया है, वहीं दियारा क्षेत्र की खेतों में फसलें डूबने से किसान हलकान और पशुपालक किसानों की परेशानी बढ़ी हुई है। बलिया व शामहो प्रखंड क्षेत्र के गंगा तटवर्ती इलाके समेत दियारा वासियों की मुश्किलें बढ़ने लगी है।

लगातार हो रही गंगा के जलस्तर में वृद्धि से अब बाढ़ का पानी दियारा जाने वाली मुख्य सड़कों पर भी चढ़ चुका है। दियारा जाने वाली कई मुख्य सड़कों पर बाढ़ का पानी फैल जाने से दियारा क्षेत्र के लोगों को आवागमन में भी परेशानी होनी शुरू हो गई है । हालांकि किसी तरह लोग मुख्य सड़कों से ही बाजार हेतु जोखिम उठकर आवागमन जारी रखे हुये हैं।

लगातार गंगा के जलस्तर में हुई वृद्धि से सड़कों पर पानी फैला है। जलस्तर में वृद्धि अनवरत जारी है। जिससे आगामी दिनों में आवागमन की मुश्किलें और भी बढ़ जाएगी । बताया जाता है कि दियारा जाने वाली मनसेरपुर-शादीपुर पथ पर 2 जगहों पर करीब 50 से 100 फूट तक सड़क पर पानी फैला हुआ है। जबकि ताजपुर पंचायत के सैदपुर के समीप एक पुलिया के पास भी सड़क पर करीब 2 फुट पानी फैल जाने से वाहनों का परिचालन पूरी तरह ठप हो गया है। लोग उक्त सड़क पर नाव के सहारे एवं पैदल किसी तरह पार अर रहे हैं। जो खतरे से खाली नहीं है।

सिमरिया गंगा घाट पर भी पानी में बढ़ोतरी जिले के तमाम गंगा घाटों पर पानी लबाबब भर चुका है। सिमरिया , झमटिया , सिहमा आदि गंगा घाटों पर पानी ही पानी का नजारा है। बेगूसराय में मां गंगे के ऊफनाने के कारण गंगा के क्षेत्र मे बसे लोगो के बीच बाढ का खतरा अब यहां भी मडरा गया है। बेगूसराय बाढ़ प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता महेश प्रसाद सिंह के अनुसार बुधवार से ही हाथिदह में गंगा का पानी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है ।जबकि खतरा का निशान यहाँ पर 41.76 सेंटीमीटर है।गंगा नदी में प्रत्येक घंटा 1 सेंटीमीटर की रफ्तार से जलस्तर की बृद्धि जारी है।

कार्यपालक अभियंता ने बताया कि 24 घंटे में गंगा के पानी बढ़ने कुछ रफ्तार में कुछ कमी आ सकती है ।इधर गंगा के तटवर्ती इलाकों में बसे लोगों के बीच उनके माल मवेशियों को बाढ के खतरे की घंटी बजने लगी है । बाढ़ आने को लेकर डीएम अरविंद कुमार से जब इस बाबत पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ पूर्व हमारी पूरी तैयारी है ।मवेशियों के लिए चारा के रूप में (भूसा )का प्रबंध कर लिया गया है ।किसी प्रकार की कोई कमी लोगो को होने के लिए नहीं दी जाएगी।