शिक्षा विभाग के एक मिस्टेक के कारण जहाँ परीक्षा का सेंटर भी नहीं बना वहाँ योगदान देने पहुंचे शिक्षक, जानिये पूरा मामला

वीरपुर बेगुसराय : शिक्षा विभाग की घोर लापरवाही का मामला प्रकाश में आया है। जिसका ताजा मामला इंटर के परीक्षा केंद्र से जुड़ा हुआ है। यहाँ जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा जारी पत्र में 77 शिक्षकों को वीरपुर के मध्य विद्यालय बड़हारा में ससमय योगदान करने का निर्देश जारी किया गया। जब जिला शिक्षा पदाधिकारी के निर्देश पर जब शिक्षक उक्त परीक्षा केंद्र में योगदान करने पहुँचे तो उन्हें बिना योगदान किए ही वापस लौटना पड़ा।

यहाँ पहुँचने के बाद उन्हें पता चला कि विभाग द्वारा इस विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाने का कोई दिशा निर्देश प्राप्त ही नहीं हुआ है। इस संबंध में जब विद्यालय के प्रधानाध्यापक रमेश चौधरी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनाने का विभाग द्वारा अब तक कोई दिशा निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है। साथ ही करीब 30 शिक्षक वीक्षण के कार्य में योगदान के लिए यहाँ आये हैं। इस संबंध में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सूचित कर दिया गया है। वहीं जब इस मामले में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा जारी पत्र में भूलवश मध्य विद्यालय बडहारा को परीक्षा केंद्र बना दिया गया है।

जबकि इन सारे शिक्षकों को वीक्षण कार्य हेतु बेगूसराय के सुजा भर्रा के विद्यालय में योगदान करना है।जब इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी से दूरभाष से बात की गई तो उन्होंने बताया भूलवश परीक्षा केंद्र में भर्रा के जगह बड़हारा दर्शाया गया है। अब सवाल यह उठता है कि यहाँ से करीब 70 से 80 किलोमीटर दूर शाम्हो अकहा कुरहा प्रखंड से नाव द्वारा नदी पार कर परीक्षा केंद्र पहुचें शिक्षको का क्या? बरौनी ,बेगूसराय एवं मटिहानी से कई किलोमीटर दूरी तय कर आये महिला शिक्षकों का क्या? विभाग के कुम्भकर्णी में की गई इस गलती की सजा आखिर कब तक ये शिक्षक भुगते रहें।उन अधिकारियों का क्या जो अपने कार्य के प्रति इस तरह की लापरवाही दिखाते हैं।