बेगूसराय के लोगों को मिली बड़ी सौगात : राजस्थान की कंपनी बनाएगी गंगा नदी पर प्रस्तावित पुल का डीपीआर

बेगूसराय, 02 दिसम्बर : बेगूसराय जिलावासियों को केंद्र सरकार ने बड़ी सौगात दी है। बेगूसराय में गंगा नदी पर मटिहानी-शाम्हो के बीच प्रस्तावित पुल बनने की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। करीब 22 किलोमीटर लंबा यह पुल सूर्यगढ़ा में लखीसराय-मुंगेर एनएच-80 को बेगूसराय में एनएच-31 सेे जोड़ेगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने चार या छह लेन के पुल का डीपीआर बनाने के लिए जयपुर राजस्थान की कंपनी देम इंजीनियरिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को अधिकृत किया है। डीपीआर बनाने में एक करोड़ 73 लाख 24 हजार छह सौ रुपए खर्च होंगे।

एनएचएआई द्वारा जारी किए गए प्राधिकार पत्र में कहा गया है कि यह प्रस्तावित पुल एक महत्वपूर्ण परियोजना है, इसके लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया जल्द शुरू हो किया जाय। डीपीआर के लिए एजेंसी चयन प्रक्रिया पूरी किए जाने पर राज्यसभा सदस्य प्रो. राकेश सिन्हा ने कहा कि सात दशक की यह जनपक्षधरीय मांग थी। कई जिले के लाखों लोग को इस पुल के बन जाने से सामाजिक, आर्थिक परेशानी से मुक्ति मिलेगी। जनप्रतिनिधि के नाते हमारा नैतिक कर्त्तव्य है की उनकी परेशानी का हम सब मिलकर हल निकालें। नरेन्द्र मोदी की सरकार हमेशा अंतिम व्यक्ति के उत्थान के लिए कृतसंकल्पित है।

इसकी स्वीकृति के लिए हम सब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी के आभारी हैं। वनवासी कल्याण आश्रम के जिलाध्यक्ष सह डीआरयूसीसी सदस्य शम्भू कुमार, आरएसएस के प्रांतीय समरसता प्रमुख अमरेन्द्र कुमार सिंह एवं भाजपा जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने कहा कि शाम्हो में पुल अंग्रेज जमाने की मांग थी। राज्यसभा सांसद के कर्म और वाणी में समानता रहती हैै, जिस मुद्दा को उन्होंने उठाया उसे अंजाम तक पहुंचाया। उल्लेखनीय है कि इस पुल के बन जाने से शाम्हो के विशाल दियारा क्षेत्र के दूध, सब्जी, फल और अनाज को व्यापक बाजार मिलेगा तो आर्थिक प्रगति होगी। नेपाल से पश्चिम बंगाल डायरेक्ट जुड़ जाएगा, झारखंड और बिहार के छह जिलों को सर्वाधिक फायदा होगा।

यह पुल आर्थिक, सामाजिक एवं सामयिक जीवन का नेतृत्व करेगा और बिहार की जीडीपी में सर्वाधिक योगदान देगा। उन असिमित संभावनाओं को गति मिलेगी, किसी भी आपदा में विपदा में डिजास्टर मैनेजमेंट मदद मिलेगी। बताते चलें कि बेगूसराय जिला का शाम्हो दियारा इलाके का जिला मुख्यालय सेे सीधा संपर्क नहीं होने के कारण विकास पूरी तरह से अवरुद्ध है तथा स्थानीय लोग 60 साल से पुल की मांग करते आ रहे हैं। लोकसभा चुनाव के समय भी यह मुद्दा जोर-शोर से उठा था। जिसके बाद राज्यसभा सांसद प्रो. राकेश सिन्हा ने प्रयास तेज कर दिया।