जल जीवन हरियाली योजना की समीक्षा बैठक में डीएम ने कार्यों में तेजी लाने का दिया निर्देश

बेगूसराय : जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में शनिवार को कारगिल विजय सभा भवन में जल जीवन हरियाली” अभियान के अंतर्गत किए जा रहे कार्या की समीक्षा की गई। बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने “जल जीवन हरियाली” अभियान के विभिन्न अवयों के तहत किए जा रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की तथा तालाब/पोखर, सार्वजनिक कुओं के जीर्णोद्धार कार्यो सोकपिट निर्माण, नए जल स्रोतों का सृजन (निजी खेत-पोखर), छत वर्षा जल संचयन आदि के तहत निर्धारित कार्य-लक्ष्यीं को अभियान चलाकर अविलंब पूर्ण करने का निदेश दिया गया।

इसी क्रम में उन्होंने सभी नगर निकाों के तहत क्रियान्वित की जाने वाली कार्यो की कम प्रगति पर असंतोष जताया तथा सबी संबंधित पदाधिकारियों को नियमित अनुश्रवण करते हुए हुए लक्ष्य को अविलंब पूर्ण करने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने कहा कि यह अति-महत्वाकांक्षी अभियान है तथा इससे जुड़े कार्यों को प्राथमिकता पर रखते हुए पूर्ण करें। तालाब/पोखर के जीर्णोद्धार से संबंधित कार्यों की समीक्षा के दौरान बताया गया कि लघु जल संसाधन विभाग के तहत लक्षित 43 योजनाओं में 27 का कार्य पूर्ण किया जा चुका है जबकि 07 योजनाओं में कार्य जारी है। इसी प्रकार मनरेगा के तहत लक्षित 508 योजनाओं में से 239 का कार्य पूर्ण किया जा चुका है जबकि 92 योजनाओं के तहत जीर्णोद्धार कार्य किए जा रहे हैं।

जबकि नगर निगम द्वारा अपने निर्धारित लक्ष्य 13 को पूर्ण कर लिया गया है। जिला पदाधिकारी ने अन्य नगर निकार्यों को भी त्वरित गति में कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने नगर निकायों के द्वारा किए जाने वाले तालाब/ पोखर के जीर्णोद्धार कार्यों से संबंधित तकनीकी पहलुओं को दूर कर कार्य पूर्ण करने का निदेश दिया। सार्वजनिक कुओं के जीर्णोद्धार से संबंधित योजनाओं की समीक्षा के क्रम में पीएचडी द्वारा कुल लक्ष्य 230 में से अपूर्ण 06 योजनाओं को भी अतिशीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया गया।

पंचायती राज विभाग द्वारा क्रियान्वित कुओं के जीर्णोद्धार से संबंधित सभी 351 योजनाएं पूर्ण की जा चुकी है। इसी क्रम में नगर निकायों में सोकपिट निर्माण हेतु टेंडर प्रक्रिया को पूर्ण करते हुए सभी लंबित योजनाओं में कार्य प्रारंभ करने का निदेश दिया गया। उन्होंने कुओं के जोरदार कार्यों को भी गुणवत्तापूर्ण तरीके से कराने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान नए जल स्त्रोतों के सृजन संबंधी योजनाओं के तहत किए जा रहे कार्या की समीक्षा के दौरान मनरेगा, कृषि विभाग एवं मत्स्य विभाग के तहत किए जाने वाले कार्यों को भी पूर्ण करने का निर्देश दिया गया जबकि कृषि विभाग को लक्ष्य के अनुरूप अधिकाधिक आवेदन संग्रह करते हुए कार्य पूर्ण करने का निर्देश दिया गया। छत वर्षा जल संचयन के तहत भवन प्रमंडल, मनरेगा, नगर पंचायत बलिया नगर परिषद, बीहट के तहत निर्धारित लक्ष्य पूर्ण कर लिया गया है। शिक्षा विभाग के तहत निर्धारित लक्ष्य 124 के विरुद्ध अब तक कुल 123 छत वर्षा जल संचयन का निर्माण किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के तहत 15 छत वर्षा जल संचयन ईकाई में कार्य प्रगति पर है।

बैठक दौरान जैविक खेती एवं टपकन सिंचाई तथा बिजली बचत संबंधी योजनाओं की भी समीक्षा की गई। जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा प्रतिवेदित किया गया कि जिले में जैविक खेती के तहत कुल 1663.09 एकड़ तथा टपकन सिंचाई के तहत 494.33 एकड़ आच्छादित किया जा चुका है। सौर उर्जा एवं बिजली बचत के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत बनाया गया कि सरकारी कार्यालयों द्वारा बिजली बचत की जा रही है। गौरतलब है कि बिजली विपत्र के मामले में अगस्त, 2019 के मुकाबले अगस्त, 2020 में कुल 14.44% की कमी दर्ज की गई है। इसी क्रम में सात निश्चय से संबंधित योजनाओं के अदयतन स्थिति की भी समीक्षा की गई। हर घर नल का जल-शहरी क्षेत्र की समीक्षा के दौरान सभी नगर निकार्यों को कार्य में गति लाकर ससमय निर्धारित लक्ष्य को पूर्ण करने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने पीएचईडी के अभियंता को बैसे कन्टेन्मेंट जोन, जिसे डि-नोटिफाई किया जुका है, वहां कार्य प्रारंभ करने का निर्देश दिया। बैठक के दौरान जिले में बनने वाले एएनएम कॉलेज, आई.टी.आई. आदि से संबंधित मामलों की भी समीक्षा की गई।

इस अवसर पर उप विकास आयुक्त सुशांत कुमार, नगर आयुक्त मो. अब्दुल हमीद, जिला पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद. जिला कृषि पदाधिकारी शैलेश कुमार, नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी, कार्यपालक पदाधिकारी जल संसाधन विभाग, विद्युत विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग सहित वन प्रमंडल, जीविका, कृषि, स्वास्थ्य, पशु एवं मत्स्य विभाग के पदाधिकारी मौजूद थे।