साल 2007 में बेगूसराय बसही में बूढ़ी गंडक ने मचाई थी तबाही, बाढ़ पूर्व तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे DM

बेगूसराय : डीएम अरविन्द कुमार वर्मा नें बुधवार को जिले चेरिया बरियायपुर और खोदबन्दपुर प्रखंड क्षेत्र में बूढ़ी गंडक नदी के बाएं तटबंध के संवेदनशील स्थलों का निरीक्षण किया। वे सबसे पहले चेरिया बरियायपुर प्रखण्ड क्षेत्र के बसही गांव में उस स्थान पर पहुंचे जहां वर्ष 2007 में तटबंध टूटने से क्षेत्र में जान-माल की भारी क्षति हुई थी। इतना बड़ा हादसा था कि इसमें पानी मे बहने बाले कुछ लोगों का आजतक भी पता नहीं चल सका है। बरे बरे मकान धराशायी हो गए थे।इस स्थान पर बाढ़ को रोकने के लिये की गई तैयारी देखी एवं अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। डीएम नें वहां तैनात होमगार्ड के जवानों से बात कर उन्हें सदैव चौकस रहने को कहा।

डीएम बार-बार बांध पर जमा लोगों से कोरोना संक्रमण से बचने के लिये आपस में दूरी बनाकर रहने एवं मुंह पर गमछा, रुमाल या फिर मास्क लगाने की अपील करते रहे। उन्होंंने स्थानीय जन प्रतिनिधि एवं आम लोगों को आगामी दिनो में वर्षा के दौरान घर में रहने के लिये जागरुकता फैलाने को कहा ताकि ठनका से बचा जा सके। निरीक्षण के दौरान मंझौल एसडीओ दुर्गेश कुमार, सीओ राजीव रंजन चक्रवर्ती, मुखिया रामप्रवेश महतो, जिप सदस्य अशोक सहनी, कई ग्रामीण व विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

DM नदी के बढ़ रहे जलस्तर के बारे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों, ग्रामीणों तथा विभागीय अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की, सभी लोगों से हमेशा सजग रहने की अपील की। जिलाधिकारी ने विभाग द्वारा बाढ़ पूर्व की गई तैयारियों को भी देखा तथा उसके बारे में पूछताछ की। इसके बाद वे आकोपुर गांव के उस संवेदनशील स्थान को देखने पहुंचे जहां नदी की धारा प्रत्येक वर्ष बांध पर भारी दबाव बनाती है। तथा वहां तेज कटाव भी होता है। यहां डीएम नें तटबंध के सभी संवेदनशील स्थल का बारीक निरीक्षण किया।