न्यूज डेस्क : मैथिली एवं हिन्दी के सुप्रसिद्ध कवि, कहानीकार, समालोचक, अनुवाद चिन्तक देवशंकर नवीन को दिनकर जयन्ती के अवसर पर 23 सितम्बर 2021 को बेगूसराय (बिहार) के कारगिल भवन में “दिनकर राष्ट्रीय सम्मान” से सम्मानित किया गया। सहरसा (बिहार) जिला के मोहनपुर (नौहट्टा) गाँव मे जन्मे देवशंकर नवीन इन दिनों जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली में प्रोफेसर पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व उनकी सेवा से नेशनल बुक ट्रस्ट और इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय का अकादेमिक वातावरण समृद्ध हो चुका है।
अब तक उनके द्वारा लिखित 21, सम्पादित 24 और अनूदित 8 कृतियाँ देश के विभन्न प्रतिष्ठित प्रकाशनों से प्रकाशित और पाठकों के बीच प्रशंसित हैं। मैथिली एवं हिन्दी में किए गए इनके सारस्वत अवदान के लिए उन्हें अब तक हिंदी अकादेमी दिल्ली का श्रेष्ठ युवाकवि सम्मान, उत्तर प्रदेश सरकार का सौहार्द सम्मान, बिहार सरकार का विद्यापति सम्मान, नई धारा रचना सम्मान दिया जा चुका है। उनकी नवीनतम प्रकाशित दो आलोचनात्मक कृतियाँ — नेशनल बुक ट्रस्ट द्वारा प्रकाशित “साहित्य और समाज की बात” तथा अंतिका प्रकाशन द्वारा प्रकाशित “लोकमान्य मायानन्द” और एक अनूदित कृति ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस से प्रकाशित “भारत का प्राचीन इतिहास” इस समय विशेष रूप से चर्चित हैं। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर की स्मृति में सन1993 में संस्थापित “दिनकर जयन्ती समिति” बेगूसराय की ओर से प्रति वर्ष यह सम्मान देश के विशिष्ट साहित्यसेवी को दिया जाता रहा है। अब तक देश के राष्ट्रीय ख्याति के कई श्रेष्ठ रचनाकारों को इस सम्मान से अंलकृत किया जा चुका है।