गेंहू के खेती पर संकट : बेगूसराय के मंसूरचक में बीज के लिए भटक रहे किसान

बेगूसराय : जिले में किसान गेंहूँ की बीज के लिए दर दर की ठोकर खा रहे हैं। किसान सरकारी दफ्तर के चक्कर व सरकारी बाबू के चक्कर लगाते लगाते परेशान हैं। ऐसा ही एक वाकया जिले के मंसूरचक प्रखंड से सामने आई है। मंसूरचक प्रखण्ड के गोविंदपुर एक पंचायत के किसान हक्कर राम ने बताया कि एक बीघे में गेहूं की बुआई के लिए खेत तैयार है।

लेकिन तीन चार दिन बीज लेने आया हूं पर हर बार यह कहकर लौटा दिया जाता है कि दो तीन दिन मे बीज आ जायेगा और आज भी लौटा दिया गया। किसान श्री राम ने बताया कि 40 किलो अनुदानित गेहूं बीज के लिये मैंने आनलाइन आवेदन किया था 1 सप्ताह से अधिक बीत जाने के बाद भी आज कल कह कार बटार किया जा रहा जबकि मेरे खेत के अगल बगल के किसान अपनी खेतों में बुआई कर रहे हैं । अगर देर से मैंने बुआई कि तो मुझे जुताई के लिए ट्रैक्टर ले जाने में कठिनाई होगी।

साठा चक्का के किसान रामपुकार महतों ने बताया कि मैंने भी अनुदानित गेंहू बीज के लिये आनलाइन आवेदन किया था और बीज के लिए किसान भवन जाता हूं तो हर बार लौटा दिया जाता है।बताया कि इसके कारण बुआई में देर हो रही है किसानों के लिये सरकारी घोषणा और जमीनी हकीकत में काफी अंतर है। कांग्रेस के पूर्व प्रखंड अध्यक्ष बालेश्वर महतों ने कहा कि सरकारी अनुदान ना मिलने के कारण अब तक करीब 75 प्रतिशत किसानों ने निराश होकर बाजारों से उंची दरों पर बीज खरीदकर गेहूं की बुआई कर ली है।

अब तक बीज का वितरण ना होना जांच का विषय है।किसान भवन में मौजूद सरकार द्वारा चिन्हित बीज वितरण एजेंसी मेसर्स उर्वरक सेंटर तेघड़ा के कर्मी रिषभ कुमार ने बताया कि अभी मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना अंतर्गत चयनित किसानों को गेहूं व चना बीज दिया जा रहा है और इसका वितरण समाप्त होने पर दो तीन बाद अनुदानित गेहूं बीज का वितरण किया जायेगा । वहीं बीएओ रामपारस मुखिया ने बताया कि वो गंभीर रूप से बीमार हैं और छुट्टी पर हैं एक दो दिन में बीज वितरण की व्यवस्था हो जायेगी ।