पटाखा रहित ग्राीन दीपावली मनाना समय की मांग -बच्चो को किया जागरूक

पटाखा रहित ग्राीन दीपावली मनाना समय की मांग को लेकर बच्चो को जागरूक किया गया

रौशनी का त्यौहार दिवाली हर साल कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इस बार दिवाली पूरे देश में 27 October को मनाई जाएगी ,ऐसे में अब समय की जरूरत है कि हम ‘ग्रीन दिवाली’ मनाने की ओर कदम बढ़ाएं, जो प्रदूषण से रहित हो।

चूंकि हमारी सनातन परंपरा प्रारंभ से पर्यावरण की पोषक रही है, ऐसे में हमें पर्यावरण हितैशी और सुरक्षित दिवाली मनाने के बारे में सोचना होगा। हम आपको ऐसे उपाय बताते हैं, जिन्हें अमल में लाकर आप ‘ग्रीन दिवाली’ मना सकते हैं।

इसी संदर्व में बेगूसराय बखरी में विभिन्न सरकारी व गैर सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षकों एवं बुद्धिजीवियों की संस्था अभिनव पहल के द्वारा पटाखा रहित ईको-फ्रेंडली दीपावली मनाने के लिए हजारों बच्चों को जागरूक किया गया।

पटाखा रहित ग्रीन दीपावली के बारे में सरस्वती शिशु मंदिर, बखरी, मध्य विद्यालय सलौना,मध्य विद्यालय मोहनपुर, मध्य विद्यालय, अहमदपुर, मध्य विद्यालय घाघड़ा, ब्रदर्स क्लासेस सलौना में उपस्थित हजारों छात्र-छात्राओं को प्रेरित करते हुए विश्व बंधु पुस्तिकालय के पूर्व अध्यक्ष प्रेम किशन मन्नू ने कहा कि दीपावली खुशियों, रौशनी एवं समृद्धि का त्योहार है जो मानव मन को आलोकित करता है।

परंतु दीपावली के नाम पर फोड़े जाने वाले पटाखे पर्यावरण के साथ जीवों के स्वास्थ्य को काफी नुकसान पहुंचाते हैं।वहीं डॉक्टर विवेक केशरी ने कहा कि आतिशबाजी के दौरान पटाखों से निकलने वाले विषैले प्रदूषक मानव एवं अन्य जीवों के स्वास्थ्य को बुरे तरीके से प्रवाभित करते हैं जिससे दमा, दिल के दौरे, रक्तचाप, एलर्जी,ब्रोंकाइटिस, निमोनिया आदि समस्याएं काफी अधिक बढ़ जाती है।

सांसों के दर्द को समझना ही होगा

कई शिक्षण संस्थानों के प्रेरणा सत्र में जागरूकता कार्यक्रम का संचालन करते हुए सचिव बसंत कुमार ने कहा कि पटाखों एवं अन्य कारणों से होने वाला नुकसान बूढ़े,बच्चे,जवान सभी को प्रभावित करता है, अतः सभी को पर्यावरण संरक्षण मुहिम में योगदान देना ही होगा। हमारी आबोहवा जहरीली हो रही है, जिससे वायु प्रदूषण मॉस किलर के रूप में बदल रहा है, अतः सांसो के दर्द को समझना ही होगा। भारत के 98 फीसदी बच्चे जहरीली हवा के शिकार हैं।

पटाखों के नुकसान को समझते हुए बच्चे खुद भी पटाखें कम से कम फोड़े एवं दूसरों को भी प्रेरित करे। वहीं मारवाड़ी युवा मंच के अध्यक्ष रंधीर तुलस्यान, गायत्री प्रज्ञी पीठ के विनोद विमलेश ने कहा कि मानव समुदाय के भले के लिए ग्रीन दीपावली मनाना समय की मांग है।

मौके पर प्रधानाध्यापक बैजनाथ झा, प्रतिमा सिन्हा,दिलीप कुमार, सुनील कुमार वर्मा, शिक्षक अभिनव कुमार,निर्दोष कुमार, संजीव रजक, रूपेश कुमार, सुमित सिंह, अशोक सिंह, राहुल कुमार, सज्जन सदा,नंदन रजक, इंद्रमोहन ठाकुर,मो0 फैयाज, सुमन सहनी आदि ने भी ईको फ्रेंडली दीपावली के महत्व पर प्रकाश डाला

यह भी पढ़े –

बिना लाइसेंस पटाखों की दुकान लगाने पर लगेगा जुर्माना-डीएम

Comments are closed.