बड़ी खबर : बेगूसराय के कोर्ट ने Flipkart के सीईओ की गिरफ्तारी का दिया आदेश ,जाने क्या है पूरा मामला

न्यूज डेस्क : इस वक्त की सबसे बड़ी खबर बेगूसराय से आ रही है । जहां बेगूसराय न्यायालय से एक केस की सुनवाई करते हुए जज ने फ्लिपकार्ट के सीईओ के गिरफ्तारी का आदेश दिया है। मिली जानकारी के अनुसार ग्राहक से पैसा लेकर मोबाइल नहीं देने जैसे धोखाधड़ी मामले में बेगूसराय न्यायालय (Begusarai Court) के न्यायिक दंडाधिकारी सुनील कुमार ने फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति (Kalyan Krishnamurthy) एवं बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक अनुपम कुमार झा (Anupam Kumar Jha) के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। न्यायालय ने फ्लिपकार्ट के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति जो कि फ्लिपकार्ट इंटरनेट प्राइवेट लिमिटेड आयशा बिल्डिंग बिगोनिया बेंगलुरु में पदस्थापित हैं के पते पर एवं बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक बंधन बैंक शकुंतला मार्केट जागीर मोहल्ला कॉलेजिएट स्कूल रोड बेगूसराय के पते पर वारंट निर्गत की है।

ऑनलाइन ठगी को मिल रहा है बढ़ावा : बताते चलें हैं कि अब लोग घर बैठे ही दुनिया के किसी भी सामान की खरीददारी ऑनलाइन तरीके से ई-कॉमर्स कंपनियों के माध्यम से कर पाते हैं। अधिकांश मामलों में लोगों को उचित सम्मान की प्राप्ति होती है परंतु कुछ मामलों में लोगों को पैसे पेमेंट करने के बाद ई-कॉमर्स कंपनियों के दफ्तर के चक्कर लगाने तक की नौबत आ जाती है। यह मामला भी इसी से जुड़ा हुआ है। बैंक और ई-कॉमर्स कंपनी के बीच हुए ट्रांजैक्शन विवाद के कारण मामला इतना बढ़ा कि फ्लिपकार्ट के सीईओ और बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक की गिरफ्तारी तक बात पहुंच गई है।

नोटिस पर नहीं हुए थे कोर्ट में हाजिर , अब होगी गिरफ्तारी बताते चलें कि न्यायालय ने इन दोनों आरोपियों के विरुद्ध भारतीय दंड विधान की धारा 406 और 420 के तहत संज्ञान लेते हुए नोटिस निर्गत की थी ।परंतु नोटिस के बावजूद भी दोनों आरोपित न्यायालय में हाजिर नहीं हुए। तब न्यायालय ने सख्त रुख अपनाते हुए दोनों आरोपियों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी की है।

मामला सितम्बर माह साल 2020 की है , पढिये विस्तार से बेगूसराय शहर के नगर थाना प्रोफेसर कॉलोनी निवासी परिवादी राजन के पुत्र आशुतोष कुमार ने अपने बंधन बैंक के बचत खाता से मोबाइल खरीदने के लिए फ्लिपकार्ट को ₹10,557 रूपये 24 सितंबर 2020 को ऑनलाइन भेजी थी। रूपये भेजने के बाद जब फ्लिपकार्ट द्वारा मोबाइल परिवादी को नहीं मिला तब इसकी छानबीन परिवादी ने शुरू की और बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक से जब इसकी जानकारी ली तो शाखा प्रबंधक ने बताया कि उनका रूपया फ्लिपकार्ट को भेज दी गई है ।तब परिवादी ने फ्लिपकार्ट को ईमेल के जरिए अपनी समस्या बताई तो फ्लिपकार्ट से जवाब आया कि रूपया उसके यहां अभी तक नहीं भेजी गई है। परिवादी बंधन बैंक और फ्लिपकार्ट के बीच लगातार दौङते रहा। परंतु जब उसको न्याय नहीं मिला। तब उसने न्यायालय में आकर बंधन बैंक के शाखा प्रबंधक और फ्लिपकार्ट के सीईओ के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराई। जिसमें आज न्यायालय ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी की है।

क्या गिरफ्तारी होगी मिल पायेगा न्याय ? ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह सामने आ रहा है कि कितनी जल्द फ्लिपकार्ट के सीईओ और बंधन बैंक शाखा के शाखा प्रबंधक की गिरफ्तारी हो पाती है गिरफ्तारी के वारंट जारी होने के बाद क्या पुलिस इन 2 लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट में स्वच्छ में पेश कर पाएगी बहरहाल यह तो आने वाले वक्त में ही पता चल सकेगा पर कोर्ट के इस आदेश का लोगों में खूब तारीफ हो रही है।