कोरोना के बीच सताने लगा बाढ़ का खतरा, डीएम ने पदाधिकारियों के साथ की बैठक,दिए कई निर्देश

बेगूसराय : कोरोना के बाद अब जिले में बाढ़ का भी डर सताने लगा है आगामी बाढ़ को लेकर बेगूसराय जिला प्रशासन के द्वारा तैयारियां तेज हो गयी है। सोमवार को जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में जिला समाहरणालय स्थित जिलाधिकारी कक्ष में जिले में आगामी संभावित बाढ-2020 की पूर्व तैयारी संबंधी समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। बैठक में सम्बंधित पदाधिकारी सहित सभी अनुमंडलाधिकारी और अंचलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक में भाग ली । बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने पदाधिकारियों से उनके द्वारा संभावित बाढ के संबंध में की गई तैयारियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की और सभी प्रकार की तैयारियां अविलंब पूर्ण कराने को कहा।

कोरोना और बाढ़ दोनों से एकसाथ निपटना होगा : तैयारियां जोड़ो पर उन्होंने कहा कि इस वर्ष कोविड-19 के साथ साथ बाढ़ का सामना भी करना पड़ सकता है। दोनों कार्य काफी चुनौतीपूर्ण होगा, इसलिए आवश्यक है कि सभी तैयारियां ससमय पूर्ण कर ली जाए ताकि बाढ़ के दौरान कम-से-कम चुनौतियों का सामना करना पड़े। इसी क्रम में उन्होंने जिले के बाढ़ प्रभावित सभी अंचलों के अंचलाधिकारियों को निटेशित करते हुए कहा कि अपने-अपने अंचलों में उपलब्ध सरकारी नावों के अतिरिक्त आवश्यकतानुसार निजी नामों की सूची तैयार कर नाव मालिक के साथ एकरारनामा की प्रक्रिया पूर्ण कराना सुनिश्चित करें ताकि बाढ़ के दौरान परिचालन हेतु पर्याप्त संख्या में नाव उपलब्ध रहे। इसके साथ ही जिन नावों के साथ एकरारनामा की प्रकिया पूर्ण हो जाए उसका जिला परिवहन कार्यालय की मदद से निबंधन कराते हुए भार क्षमता का आकलन भी कराने का भी निदेश दिया कि परिचालन के दौरान ओवरलोडिंग से होने वाले किसी भी प्रकार की दुर्घटना को रोका जा सके। साथ ही एकरारनामा किए गए निजी नावों पर “यह गज्य सरकार की ओर से निःशुल्क सेवा है” स्पष्ट रूप से अंकिल कराना भी सुनिश्चित कराने का निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने सभी सरकारी नार्वो की मरम्मती का कार्य पर पूर्ण करने का निदेश दिया।

दवाई की उपलब्धता और स्वास्थ्य व्यवस्था के लिये सिविल सर्जन को जिलाधिकारी ने दिया निर्देश जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन को आपदा के दौरान सर्वाधिक प्रभावित समूहों यथा बीमार व्यक्ति, वृद्ध, गर्भवती एवं स्तनपान कराने वाली महिलाएं, दिव्यांग आदि को चिन्हित कर पूर्व से ही सूची तैयार करने का निदेश दिया ताकि बाद से प्रभावित होने की स्थिति में इन्हें आवश्यक सुरक्षा उपलब्ध व राया जा सके। इसी क्रम में उन्होंने सिविल सर्जन को बाढ़ के समय जीवन रक्षक दवाओं के साथ-साथ स्दश, एंटी-रेबिज दवाई, हैलोजन टेबलेट एवं विभाग दवारा निर्धारित अन्य विभिन्न दवाओं के आकलन व उपलब्धता के संबंध में प्रतिवेदन देने हेतु निदेशित किया ताकि पर्याप्त मात्रा में संबंधित दवाई उपलब्ध नहीं रहने की स्थिति में आवश्यक कार्रवाई की जा सके।

बाढ़ के दौरान पशुओं के लिए भी दवा एवं चारे की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु जिला पशुपालन पदाधिकारी को निदेशित करते हुए कहा गया कि पशु शिविर संचालन के लिए भी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण करने के साथ-साथ सभी चिकित्सीय व्यतस्था पूर्ण करने का भी निदेश दिया गया। जिला पदाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को बाढ़ के दौरान राहत खाद्य सामग्रियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु स्थानीय स्तर पर भी सप्लायर को चिन्हित करने का निदेश दिया। जिला पदाधिकारी द्वारा जिले के विभिन्न तटबंधों की मरम्मती कार्यों एवं जिला मुख्यालय से प्रखंड/अंचलों को जोड़ने वाली सड़कों की मरम्मती कार्यों की भी समीक्षा की गई। इसी क्रम में उन्होंने कार्यपालक अभियंता, तेघड़ा को बछवाड़ा स्थित सैदपुर पुल एवं कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग, बलिया को प्रकंड के परमानंदपुर, पहाड़पुर, भवानंदपुर एवं ताजपुर पंचायत सड़कों का अतिशीघ्र मरम्मती करने का निर्देश दिया।

ये सब अधिकारी बैठक में थे मौजूद इस अवसर पर अपर समाहर्ता मो. बलागद्दीन, सिविल सर्च शकृष्ण मोहन वर्मा, जिला परिवहन पदाधिकारी श्रीप्रकाश, जिला कृषि पदाधिकारी शैलेश कुमार, प्रभारी पदाधिकारी आपदा शाखा अनीश कुमार सहित जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी, कार्यपालक अभियंता, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल, कार्यपालक अभियंता, पथ प्र इल, कार्यपालक अभियंता, ग्रामीण कार्य विभाग बेगूसराय मौजूद थे।