न्यूज डेस्क : जिले में इन दिनों गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को लेकर बाढ़ का खतरा लगातार मंडरा रहा है। हर बीते घंटे में आधा सेमी से 1 सेमी तक पानी की बढ़ोतरी हो रही है। जलस्तर में लगातार वृद्धि के कारण गंगा से सटे विभिन्न गांव में पानी पुरी तरह से प्रवेश कर गया है। जिसके कारण कई गांव का संपर्क मुख्य सड़क से कट गया है। लोगों को थोड़ी दूर जाने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, अगर हम बात करें जिले के सबसे बाढ़ प्रभावित प्रखंड शाम्हो की तो लगभग सभी गांव में गंगा का पानी फैल गया।
जिससे किसानों को पशु चरा लाने के लिए नौका का सहारा लेना पड़ा है। लोग किसी तरह ऊंचा स्थान या बांध पर जाकर अपना गुजर-बसर आ कर रहा है। वही इसी तरह चमथा दियारा में भी चारों तरफ पानी लबालब हो चुका है। इसके साथ की धीरे-धीरे पानी मटिहानी प्रखंड में भी प्रवेश कर चुका है। रविवार को महेन्द्रपुर और बलहपुर को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर पानी आ जाने के कारण लोगों को अब पानी से होकर जाना पड़ रहा है। जबकि, मटिहानी के अलावा बलिया, बरौनी,बछवारा सहित विभिन्न इलाकों में बाढ़ का पानी फैल चुका है। जिससे किसानों को मवेशियों खाना खिलाने के लिए भारी मशक्कत का सामना करना पड़ा है। बताते चलें कि पिछले तीन-चार दिनों से गंगा के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के कारण जिले में गंगा खतने के निशान को पार कर गई है।
रविवार की शाम हाथिदा में गंगा खतरे के निशान से 68 सेमी उपर बह रही थी। जबकि गंगा आधा सेमी प्रति घंटे बढ़ रही है। बाढ़ प्रमंडल के कार्यपालक पदाधिकारी ने बताया कि अभी गंगा में पानी बढ़ने की रफ्तार इसी तरह जारी रहेगा। उन्होनें बताया कि पुनपुन, गंडक के अलावे एमी, इलाहाबाद, उत्तराखंड से पानी का दबाव इसी तरफ होने के कारण गंगा में पानी का बढ़ना जारी है।