न्यूज डेस्क : क्या बेगूसराय कांग्रेस भवन का अस्तित्व खत्म हो जाएगा ? बेगूसराय कांग्रेस में कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जा रही है क्या ? क्या बेगूसराय कांग्रेस भवन में कोठा खुल जाएगा ? उक्त सवालात यूथ कांग्रेस के द्वारा ट्वीट किए जाने के बाद से निकलकर सामने आ रहे हैं। देश की सबसे पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस में केंद्र से लेकर राज्य और राज्य से लेकर जिला तक उठापटक का दौर देखने को मिल रहा है।
बताते चलें कि इन दिनों बेगूसराय कांग्रेस में युवा कांग्रेस और जिला कांग्रेस कमिटी के बीच खींचतान सड़क पर आ गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इसका मुख्य वजह माना जा रहा है कि बेगूसराय आयुर्वेदिक कॉलेज के ठीक सामने स्थित कांग्रेस भवन का उपयोग कुछ चंद नेता अपनी जेब भरने के लिए करना शुरू कर चुके हैं। जिस कारण युवा कांग्रेस और मूल कांग्रेस में जारी खींचतान लोगों के बीच आ गया है। युवा कांग्रेस के अध्यक्ष व युवा कांग्रेस के ऑफिशियल ट्विटर से बेगूसराय जिला कांग्रेस कमिटी के ऊपर बेगूसराय जिला कांग्रेस कमेटी के ऊपर कई संगीन आरोप लगाए गए हैं। कई अमर्यादित शब्दों का भी उपयोग किया गया है ।
युवा कांग्रेस के ऑफिशियल हैंडल से ट्वीट कर लिखा गया है कि
“कब तक बैठेंगे इंसाफ़ के इंतजार में,
बिक रही है बेगूसराय कांग्रेस की आबरू खुले बाज़ार में.”
बेगूसराय कांग्रेस के ज़िला कार्यालय को बाज़ार बना कर कमीशनखोरी शुरू करने के बाद अब कोठा खुलने का इंतजार रह गया है.
प्रदेश नेताओं की भी इसमें मिलीभगत. बताते चलें कि इस ट्वीट के साथ एक वीडियो को भी साझा किया गया है । जिसमें कांग्रेस भवन बेगूसराय के बाहरी हिस्से से बने कुछ दुकान जो व्यवसायिक प्रतिष्ठान बनाए गए हैं। उसका एक वीडियो है। उसमें दिखाया जा रहा है कि कांग्रेस भवन के अस्तित्व के साथ दुकान बनाकर जो खिलवाड़ करने की कोशिश की गई है वह गलत है। कार्यकर्ताओं को युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को वह कहीं ना कहीं रास नहीं आ रहा है। इसको लेकर तल्ख अंदाज में युवा कांग्रेस का ऑफिशियल हैंडल से प्रदेश स्तर तक के नेताओं को भी इसमें मिली होने की साजिश करने का आरोप लगाकर ट्वीट किया । इस पूरे मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का क्या स्टैंड होता है यह तो आने वाला वक्त बताएगा। जब द बेगूसराय ने इस पूरे मामले से जुड़ी जानकारी पाने के लिए बेगूसराय कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अर्जुन सिंह से बात करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने टेलीफोन उठाना मुनासिब नहीं समझा।