बेगूसराय के लाल CRPF के डिप्टी कमांडेंट चितेश को मिला शौर्य चक्र सम्मान

न्यूज डेस्क : स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर बेगूसराय जिले की मिट्टी की एक लाल को भारत सरकार ने शौर्य चक्र से सम्मानित किया । जिले के गढ़पुरा के रहने वाले चीतेश कुमार CRPF के डिप्टी कमांडेंट के पोस्ट पर कार्यरत हैं। उन्होंने छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के सफाये में बड़ी भूमिका निभाई। इसीलिए उनके शौर्य और पराक्रम को शौर्य चक्र से नवाजा गया। बताते चले की गढ़पुरा में 40 वर्ष तक मुखिया पद पर कायम रहे स्व. रामनंदन यादव के पौत्र एवं रंजीत कुमार यादव के पुत्र चितेश कुमार सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत हैं। साधारण किसान के बेटा होने के कारण चितेश की शिक्षा गांव के सरकारी स्कूल से शुरू हुआ। समस्तीपुर से ग्रेजुएशन कंप्लीट की इसके बाद सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट की परीक्षा में चयनित हुए।

सर्च ऑपरेशन के दौरान लगभग आधा दर्जन आतंकी को मार गिराया था : जानकारी देते हुए चितेश ने बताया कि रिक्रुट प्रशिक्षण केंद्र राजगीर से स्थानांतरण उपरांत जनवरी 2017 के प्रथम सप्ताह में छत्तीसगढ़ स्थित सीआरपीएफ के 201 कोबरा वाहिनी में योगदान किए। कोबरा कंपनी का प्रभार लेने के बाद उन्होंने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिला के नक्सल प्रभावित एरिया, टैक्टिक्स और उनकी संभावित उपस्थिति स्थल आदि के बारे में अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने कंपनी का विशद प्रशिक्षण कराते हुए अपने एओआर में सघन परिचालन को अंजाम देना शुरू किया। 25 मार्च 2019 को गौतम कुमार के नेतृत्व में सुकमा जिले के नरसापुरम बेस कैंप से 201 कोबरा ने नक्सलियों के गढ कड़कनगुडा, भीमापुरम, गोमगुडा इलाके में आपरेशन लांच किया और लगभग आधा दर्जन नक्सलियों को मार गिराया।

बता दें कि छत्तीसगढ़ के नक्सलवाद के इतिहास में यह पीएलजीए के खिलाफ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (कोबरा) की यह सबसे बड़ी सफलता थी। इसमें 32 लाख के इनामी कुख्यात नक्सली को मार गिराया गया। वीरता के पारितोषिक के रूप में भारत सरकार ने 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस 2021 के अवसर पर सीआरपीएफ के डिप्टी कमांडेंट चितेश को शौर्य चक्र देकर सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि इसका संपूर्ण श्रेय 201 कोबरा के अमर बलिदानियों डी/201 समवाय के अधिकारी, अधीनस्थ अधिकारी, वीर जवानों, दो आइसी गौतम कुमार तथा एसी भास्कर राव को जाता है।