वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुख्य सचिव ने बेगूसराय जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना की समीक्षा की

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : शुक्रवार को बिहार सरकार के मुख्य सचिव के द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बेगूसराय जिले में क्रियान्वित की जा रही जिला औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना की समीक्षा की गई।

इसकी जानकारी देते हुए जिला पदाधिकारी अरविंद वर्मा ने बताया कि समीक्षा के दौरान मुख्य सचिव द्वारा निर्देश दिया गया कि क्लस्टर से बने उत्पादों के लिए स्थानीय बाजार के साथ-साथ दूरस्थ बाजारों में भी संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा है कि कोविड-19 के संदर्भ में प्रारंभ किए गए जिला औद्योंगिक नवप्रवर्तन योजना के बेहतर परिणाम सामने आए हैं। अतः भविष्य में राज्य में औद्योगिक विस्तार के नजरिए से इस योजना की पूर्व मार्गदर्शिका में आवश्यकतानुसार परिवर्तन भी किए जाएंगे। विदित हो कि कोविड-19 के कारण राज्य के बाहर से बेगूसराय लौटे कामगारों के स्थानीय स्तर पर रोजगार के साधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उद्योग विभाग द्वारा औद्योगिक नवप्रवर्तन योजना प्रारंभ की गई। इसके योजना के अंतर्गत बेगूसराय वापस लौटे कुल 33395 श्रमिक/कामगार बेगूसराय डीआरसीसी में काउंसिलिंग कर स्किल मैपिंग करने के उपरांत जिलास्तरीय परामर्शदात्री समिति द्वारा कुल 08 क्लस्टर का चयन किया गया। जिसमें से 06 क्लस्टर्स का निबंधन एलएलपी के द्वारा करा लिया गया है। परियोजना का चयन फॉरवर्ड एवं बैंकवर्ड लिकेज के आधार पर किया गया है।

नव निर्मित क्लस्टर्स की जानकारी : नवोत्थान बैग निर्माण रमजानपुर में 10 श्रमिकों, नवरीति अगरबत्ती निर्माण, विष्णुपुर, नावकोठी में 10 श्रमिकों, नवसृष्टि फर्नीचर निर्माण उद्योग, साहेबपुरकमाल में 10 श्रमिकों, पेपर प्लेट निर्माण उदयोग एवं केंटीन संचालन, समिरिया में 15 श्रमिको, नवरचना सोप एवं सैनिटाईजर उद्योग, मिर्जापुर चांद में 12 श्रमिकों, नवधा रेडिमेड गार्मेट निर्माण उद्योग, तेघड़ा बेगूसराय में 10 श्रमिकों, आटा चक्की उद्योग, सिमरिया में 15 श्रमिकों एवं जूता-चप्पल निर्माण उद्योग, भवानंदपुर, वीरपुर में 16 श्रमिकों को नियोजित किया गया है।

निर्देश : क्लस्टर से बने उत्पादों के लिए स्थानीय बाजार के साथ-साथ दूरस्थ बाजारों में भी संभावनाएं तलाशने की आवश्यकता