चेरिया बरियारपुर सोए हुए अवस्था में रोड हथौरी से मारकर मां बेटे की हत्या ,बहू की स्थिति भी नाजुक

बेगूसराय । कानून और पुलिसप्रशासन का जरा भी खौफ नहीं रह गया है,अपराधियों के अंदर,बेखौफ जब जी में आया जहां भी आया बस किसी को भी मौत के घाट उतार दिया। ताजा मामला चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत खंजापुर पंचायत के भूमिहार बिरादरी टोला में सोमवार की देर रात अज्ञात अपराधियों ने घर में घुसकर सोए हुए अवस्था में मां बेटा और बहू को रोड हथौड़ी से पीट-पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। जिसमें मां और बेटे की मौत हो गई है ।वहीं घर की बहू की स्थिति भी बिल्कुल नाजुक बनी हुई है। जिसका इलाज बेगूसराय स्थित एनएच 31 रोड में बेगूसराय मंडल कारा के निकट आरोग्य जीवन हॉस्पिटल में डॉक्टर अमरेंद्र चौधरी के यहां चल रहा है।

मृतक मां और बेटे की पहचान खंजापुर गांव निवासी स्वर्गीय हरेराम सिंह की 58 वर्षीया पत्नी आंगनवाड़ी की सहायिका उषा देवी और पुत्र की पहचान 42 वर्षीय मुकेश सिंह के रूप में हुई है ।मुकेश सिंह की पत्नी रत्ना देवी 45 वर्ष भी गंभीर रूप से जख्मी है ।उसकी स्थिति भी काफी नाजुक बनी हुई है । घर के छत के ऊपर पुत्र के सोयेे हुए रहने के कारण उसका जान बच गया है ।घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के गांव में सनसनी फैल गई है ।वहीं घटनास्थल पर मंगलवार की सुबह में सैकड़ों लोगों की भीड़ घटना की जानकारी मिलने के बाद जमा हो गई है ।ग्रामीणों में हत्या की खबर मिलने के बाद काफी आक्रोश देखा जा रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं कर लेगा ,तब तक दोनों मां बेटे के शब को उठाने के लिए नहीं दिया जाएगा।

समाचार प्रेषण तक पुलिस को घर पर से मृतक के शब को उठाने के लिए नहीं दिया गया है ।वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद चेरिया बरियारपुर थाना के अध्यक्ष नीरज कुमार अपने सशस्त्र पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे ।जहां ग्रामीणों के आक्रोश का काफी सामना उन्हें करना पड़ा है। फिलहाल पुलिस घटनास्थल पर आक्रोशित ग्रामीणों को समझाने बुझाने का काम कर रही है। घटना के बारे में बताया जाता है की घर के पीछे कुछ जमीन को लेकर अपने गोतिहारी के साथ कुछ दिनो से उसके साथ विवाद चल रहा था ।जिसको लेकर इस घटना को अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस घटनास्थल पर कैंप कर रही है ।वहीं बरिय पुलिस पदाधिकारी के पहुंचने के बाद ही शब को ग्रामीण उठाने के लिए अपनी मांग पर डटे हुए हैं।