बेगूसराय में असरदार रहा चक्का जाम, एनएच- एसएच और ग्रामीण सड़कों पर ठप रहा यातायात

बेगूसराय : केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीनों कृषि कानून के विरोध एवं किसान आंदोलन के पक्ष में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा आहूत एक घंटे के चक्का जाम का बेगूसराय में जबरदस्त असर देखा गया। इस दौरान एनएच-28 एवं एनएच-31 पर यातायात पूरी तरह से ठप रहा। बंद समर्थकों ने जिला मुख्यालय के बस स्टैंड चौक एवं ट्रैफिक चौक के अलावे बछवाड़ा, तेघड़ा, बलिया एवं साहेबपुर कमाल में सड़क जाम कर एक घंटे तक यातायात ठप रखा।

इस दौरान विभिन्न ग्रामीण सड़कों पर भी यातायात ठप रखा गया। जिसके कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई। चक्का जाम के दौरान अनिवार्य सेवाओं को इससे मुक्त रखा गया, लेकिन जाम लगे रहने के कारण एंबुलेंस समेत अन्य वाहनों को भी निकलने में भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा। प्रशासन द्वारा आंदोलन के मद्देनजर सुरक्षा के व्यापक बंदोबस्त किए गए थे। तमाम चौक-चौराहों पर अतिरिक्त पुलिस तैनाती के साथ समाहरणालय के समीप अग्निशमन वाहन को अलर्ट मोड पर रखा गया था।

ट्रैफिक चौक एवं बस स्टैंड के समीप एनएच जाम कर बैठे राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव, पूर्व विधायक अवधेश राय एवं राजेन्द्र सिंह, भाकपा नेता अनिल कुमार अंजान, युवा कांग्रेस नेता रत्नेश कुमार टुल्लू एवं ब्रज नंदन सिंह, माले नेता दिवाकर कुमार, एआईएसएफ नेता अमीन हमजा, माकपा नेता अंजनी कुमार सिंह, एआईवाईएफ नेता शंभू देवा राजद किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष निशांत कुमार आदि ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा तीन खतरनाक कृषि बिल लाकर देश के किसानों पर दमनकारी नीति के तहत अत्याचार किया जा रहा है।

लोकतांत्रिक तरीके से अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के द्वारा बिल वापस लेने को लेकर लगातार आंदोलन चलाया जा रहा है, लेकिन आंदोलन को दबाने के लिए सरकार के द्वारा तरह-तरह के अफवाह फैलाया जा रहा है। 50 से अधिक किसान की मौत हो चुकी है लेकिन सरकार को सुनने को तैयार नहीं है। देशव्यापी आंदोलन के बाद भी सरकार अगर बिल वापस नहीं लेती है तो और अधिक उग्र आंदोलन किया जाएगा।