न्यूज डेस्क : देश में समस्या सबको दिखती है लेकिन जर से इसके समाधान खोजने बाले कम ही लोग दिखते हैं। इस कड़ी में स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने को लेकर बीते डेढ दशक से प्रयासरत वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता एवं जन स्वास्थ्य एवं समग्र मानव विकास फाउंडेशन के अध्यक्ष अजय कुमार ने देश में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है।
नहीं मिल पा रही है मरीजों को बेहतर सुविधा अजय कुमार ने अपने पत्र में कहा है कि देश के विभिन्न राज्यों में कोरोना के मरीजों को बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पा रही है जिसकी वजह से आए दिन परेशानी का सामना करना पड़ रहा है अजय कुमार ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि कोविड-19 से प्रभावी ढंग से निपटने को लेकर विभिन्न उच्च न्यायालयों द्वारा संबंधित राज्य सरकारों को लगातार निर्देश जारी किए जा रहे हैं। मामला सुप्रीम कोर्ट में भी विचाराधीन है। इन सबके बीच केन्द्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच विभिन्न स्तर पर समन्वय का अभाव साफ तौर पर दिख रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसी अभूतपूर्व परिस्थिति में समुचित स्वास्थ्य सुविधा के लिए एक केंद्रीयकृत व्यवस्था कारगर होगी, जिसके तहत सारे स्तर पर समन्वय संभव हो पाएगा।
अधिग्रहण स्थिति सामान्य होने तक बना रहे अजय कुमार ने कहा कि भारत का संविधान “Federal in Nature but Unitary in Sprit” अधिग्रहण स्थिति सामान्य होने तक है। यही कारण है कि हमारे देश में बना रहे जिससे देश की जनता को बड़े से बड़े संकट का समाधान निकालना किसी भी परिस्थिति में संभव हो पाता है। अजय कुमार ने बताया कि अब जबकि स्वास्थ्य सेवाएं आपसी तालमेल के अभाव में चरमराती हुई दिखाई दे रही हैं, इसको देखते हुए मैंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पत्र के माध्यम से अनुरोध किया है कि इस विषम परिस्थिति में देश के सभी गैर सरकारी / निजी / राज्य सरकारों के अधीन आने वाले अस्पतालों को केंद्र सरकार अपने नियंत्रण में लेकर बेहतर समन्वय के माध्यम से तत्काल लोगों को राहत पहुंचाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक कंट्रोल रूम का गठन हो तथा सभी जिले के जिलाधिकारियों को मॉनिटरिंग के लिए अधिकृत किया जाए। साथ ही, बड़े कॉपोर्रेट प्लांट लगाने की तत्काल व्यवस्था की जाय । अस्पतालों में स्वयं के ऑक्सीजन संभव हो पाएगा। अजय कुमार ने कहा कि अधिग्रहण स्थिति सामान्य होने तक बना रहे जिससे महामारी के समय में जनता को बेहतर सुविधा मिल सके । बता दें कि अजय कुमार स्वास्थ्य को मौलिक अधिकार बनाने को लेकर बीते डेढ दशक से प्रयासरत हैं उनकी इस मुहिम देश भर से लगातार समर्थन मिला है वह समय समय पर स्वास्थ्य के मसले को लगातार उठाते रहे हैं ।