लापरवाही से बढ़ेगा संक्रमण : कोरोना जांच करने के बाद कीट को खुले में फेंका

न्यूज डेस्क : बेगूसराय के रेफरल अस्पताल मंझौल में स्वास्थ्य व्यवस्था की बदहाली के बीच रोज नये-नये कारनामे सामने आते रहते हैं। ताजा मामला कोरोना जांच के बाद खुले कैम्पस में एंटीजेन किट का वेस्ट मेटेरियल फेंके जाने का समाने आया है। बताते चलें कि रविवार को एक तरफ जहाँ 18 प्लस वालों का टीकाकरण किया जा रहा था । वहीं दूसरी तरफ कोविड जांच भी किया जा रहा था। जांच के समाप्ति के उपरांत उपयोग किये गए, रैपिड एंटीजेन किट वेस्ट को ऐसे ही खुला में फेंक दिया गया। जिससे अस्पताल कैम्पस में कोरोना संक्रमण का खतरा कई गुणा बढ़ गया ।

अस्पताल सूत्र से मिली जानकारी के मुताबिक जांच में कुछ पॉजिटिव भी मिले । जिससे उक्त वेस्टेज से संक्रमण का खतरा बढ़ गया है। रेफरल अस्पताल में इस प्रकार की कुव्यवस्था पर अभाविप के विभाग संयोजक कन्हैया कुमार ने कहा कि ऐसे स्वास्थ्य कर्मी जिन्हें ये नहीं पता है कि जांच के बाद किट को किस प्रकार निस्तारण करना है। तो विभागीय अधिकारियों को जांच करने की जरूरत है, आखिर किस परिस्थिति में ऐसा हो रहा है। जहां एक तरफ कोरोनाकाल में साफ सफाई पर विशेष जोर दिया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ इस प्रकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया काफी खतरनाक है। उन्होंने जिम्मेदार लोगों के ऊपर कार्रवाई की मांग की है।

क्या कहते हैं रेफरल अस्पताल मंझौल प्रभारी इस सम्बंध में रेफरल अस्पताल मंझौल के प्रभारी डॉ अनिल प्रसाद ने कहा कि आज पहला दिन कोविड जांच किया गया। जांच के बाद किट को डिस्पोज किया जाता है। खुले में फेंके जाने की बात पूछने पर उन्होंने कहा कि साफ करने बाली आएगी तो ले जाएगी।