रद्द हुई CBSE की बची हुई 10वीं और 12वीं की परीक्षा, ऐसे मिलेंगे नंबर, ये हो सकता है ऑप्शन

डेस्क : सीबीएसई बोर्ड के 10वीं -12वीं कक्षा की पेंडिंग परीक्षाएं होंगी कि नहीं, इसका फैसला आज आखिरकार हो गया है। 1 से 15 जुलाई तक होने वाले CBSE की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएँ रद्द हुई। आज सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई हुई और सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षाएं रद्द करने का फैसला लिया। 10वीं के परीक्षाएं रद्द की गई है और वहीं 12वीं के छात्रों को पिछली 3 परीक्षाओं के आधार पर असेस किया जाएगा 12वीं के छात्रों के पास बाद में परीक्षा देने का भी विकल्प रहेगा। बोर्ड ने सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत को अपने इस फैसले से अवगत कराया। सीबीएसई बोर्ड की लंबित परीक्षाएं 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होनी थी। मगर एग्जाम रद्द करने को लेकर कुछ पेरेंट्स ने सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में याचिका दायर की थी, जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को 23 जून तक अपनी बात रखने का मौका दिया था। अब इस पूरे मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने अपना रुख साफ कर दिया है. अब सीबीएसई ने बची हुई परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।

  • दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु ने एग्जाम आयोजित करने में असमर्थता जता दी थी.
  • 12वीं के स्टूडेंट्स के लिए पिछली तीन परीक्षाओं के आधार पर आकलन किया जाएगा.
  • बाद में स्थिति सामान्य होने पर परीक्षा आयोजित करने का विकल्प रहेगा.
  • छात्रों को अब 10वीं की कोई बची हुई परीक्षा नहीं देनी होगी। हालांकि, 12वीं की परीक्षाओं के लिए विकल्प को खुला रखा गया है।

12वीं की परीक्षाओं को लेकर दो विकल्प हैं। जिन विषयों की परीक्षाएं होनी थी, उनमें छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर औसत अंक देकर प्रमोट किया जा सकता है। इसके अलावा संबंधित विषयों में अंक सुधार के लिए बाद में परीक्षा देने का विकल्प भी छात्रों को मिल सकता है।

मिड अगस्त में नतीजे घोषित होने की उम्मीद ऐसे में जबकि सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board) ने दसवीं और बारहवीं की बची परीक्षाएं रद्द करने का फैसला कर ही लिया है तो छात्रों को जल्द ही नतीजे आने की उम्मीद भी है. दरअसल, सीबीएसई बोर्ड ने लॉकडाउन से पहले आयोजित हो चुके पेपर की कॉपियों के मूल्यांकन का काम पहले ही शुरू कर दिया था। अब जबकि बची परीक्षाएं रद्द कर दी गईं हैं तो माना जा रहा है कि बोर्ड मिड अगस्त तक रिजल्ट की घोषणा कर देगा। बता दें कि पिछले साल 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट 2 मई को घोषित कर दिया गया था, जबकि दसवीं की परीक्षा के नतीजे 6 मई को आए थे।

इस साल CBSE की बची हुई परीक्षा में देश भर में 31 लाख से अधिक छात्रों को उपस्थित होना था। वहीं जहां एक ओर सीबीएसई ने बची हुई परीक्षा को रद्द कर दिया है, वहीं इसका असर सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों की प्रवेश प्रक्रिया के साथ-साथ जेईई मेन और नीट 2020 सहित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा पर भी पड़ेगा।

क्या होगा अगर CBSE ने रद्द किए पेपर सीबीएसई अगर परीक्षा रद्द करता है तो वैकल्पिक मूल्यांकन प्रणाली के आधार पर परिणाम घोषित किया जाएगा. CBSE ने वैसे भी परीक्षा के लिए आंतरिक मूल्यांकन मानदंड का पालन करने का सुझाव दिया था.

input : INDIA TV