बेगूसराय शिक्षा विभाग में बड़ा घोटाला, 8 करोड़ 36 लाख की राशि डकार गए बाबू और हेडमास्टर

बेगूसराय। साल 2017 -18 में जिले के माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक कुल 182 विद्यालयों में लैब के उपकरणों स्कूल के टेबल, बैंच और बाकी सामानों की खरीदारी करने के लिए 8 करोड़ 36 लाख रुपए शिक्षा विभाग के द्वारा सभी स्कूल को राशि दिए गए थे ।इस मामले में शिक्षा विभाग में अधिकारियों की बड़ी लापरवाही सामने आई है ।

एक तरफ सरकार के द्वारा छात्रों के उज्जवल भविष्य एवं उसके पठन-पाठन की व्यवस्था के मकसद से सभी विद्यालयों के लिए राशि की आवंटित की गई थी ।लेकिन 2 साल बीत जाने के बाद मात्र 182 स्कूल में से 32 स्कूल के हेडमास्टरो ने सामान की खरीदारी से संबंधित इस माह के 7 दिसंबर तक डीईओ कार्यालय में अपने – अपने विद्यालय का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा किए हैं ।जबकि अभी भी 150 माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के हेड मास्टरों ने अपने विद्यालय का यूसी जमा नहीं किए हैं ।

ताज्जुब की बात यह है कि 2 वर्ष समय बीत जाने के बाद भी अपने विद्यालय का न लैब के उपकर खरीदें और न ही उसका उपयोगिता प्रमाण पत्र डीईओ कार्यालय में जमा किये हैं। जबकि मार्च 2018 में ही उपयोगिता प्रमाण पत्र लिया जाना था। कई स्कूलों में तो पुराने लैब उपकरणों और बैंच टेबल से ही काम चलाया जा रहा है ।इससे साफ है कि यहां पैसा का हिसाब किताब कुछ नहीं है ।
इससे साफ जाहिर हो रहा है कि जिले में राशि के गमन करने के मामले साफ इससे उजागर हो रहे हैं ।

ये लोग हजम कर गए करोड़ों की राशि

जिले में 2 साल पहले 182 विद्यालयों को 8 करोड़ 36 लाख रुपए जो रकम छात्रों की भलाई के लिए आई थी। उसे सरकारी बाबुओं ने मिलकर ऐसा हजम किया कि डकार ली। लेकिन बेगूसराय क्राइम न्यूज़ की टीम को जो कालजात मिले उसने इन सारे सरकारी कर्मचारियों के पाप का काला चिट्ठा खोल दिया है। घोटाले की बू आने पर बेगूसराय जिले में कई हेडमास्टर की गर्दन अब फंसती नजर दिख रही है।

क्या बोले जिला शिक्षा अधिकारी

जिला शिक्षा पदाधिकारी देवेंद्र कुमार झा ने इस संबंध में पूछने पर बताया कि इसको लेकर हम शीघ्र सभी विद्यालय के हेडमास्टरों की बैठक बुलाये हैं।इस बैठक में अगर जो विद्यालय के हेडमास्टर सामान की खरीदारी नहीं किए हैं। उनके निलंबन के लिए अनुशंसा निदेशक माध्यमिक को भेजेंगे। तथा जिन्होंने सामान की खरीदारी कर ली है और उपयोगिता प्रमाण पत्र डीईओ कार्यालय में जमा नहीं किया है ,तो वैसे विद्यालय के हेडमास्टर साहब 3 दिनों के भीतर अपने विद्यालय का यूसी आकर डीइओ कार्यालय में जमा कर दे ।उसके बाद भी जो विद्यालय के हेडमास्टर यूसी अपना जमा नहीं करेगें। तो वैसे विद्यालय के हेडमास्टरों के ऊपर विभागीय कार्यवाही की जाएगी। इसके अलावा भी जिन विद्यालय के हेडनमास्टरों ने सामान की खरीदारी कर ली है ।वैसे 10% विद्यालयों का हम उसका भौतिक सत्यापन खरीदे गये समानों का करेगें।