बड़ा सवाल : नीतीश कैबिनेट के विस्तार में क्या बेगूसराय को मिलेगी मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी ?

न्यूज डेस्क, बेगूसराय : लंबे इं तजार के बाद आखिरकार साल 2020 के विधानसभा चुनाव से नवगठित बिहार सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार आज होने वाले हैं। आपको बताते चलें कि वर्तमान बिहार सरकार में शामिल एनडीए के घटक दल वीआईपी, हम ,जदयू और भाजपा चार दलों कि गठबंधन की सरकार बिहार में चल रही है।

ऐसे में मंत्रिमंडल के विस्तार होने वाले हैं उसमें सिर्फ बीजेपी और जदयू कोटे से मंत्री पद पर शपथ ग्रहण होंगे। आपको बताते चलें कि इससे पहले जब बिहार विधानसभा चुनाव के मतगणना के बाद जब सरकार गठन की प्रक्रिया हो रही थी तो उस समय वीआईपी और हम पार्टी को एक-एक मंत्री पद दिया गया था, जिसके बाद लगातार प्रेशर पॉलिटिक्स के तहत वीआईपी और हम नेता फिर से एक मंत्री पद की दावेदारी ठोंक रहे थे, परंतु बिहार सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने या फिर यह एनडीए के घटक दल जदयू और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से इनकार कर दिया है। साफ-साफ बता दिया है कि दोनों दलों को जो है एक-एक मंत्री पद से ही संतोष करना पड़ेगा । बिहार सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है ऐसे में कई नामों पर सियासत तेज हो गई है ।

सबसे बड़ा सवाल : क्या बेगूसराय को मंत्रिमंडल में नहीं मिलेगी हिस्सेदारी ? बेगूसराय जिला राजनीतिक रूप से काफी उन्नत जिला है. जहां से कई राजनीतिक चेहरे जो है पटना से लेकर दिल्ली तक की राजनीति में अपनी धमक दिखाई है। तो क्या बेगूसराय जिला को इस बार बिहार कैबिनेट में बेगूसराय से जीते हुए एक विधायक को मंत्री पद मिलेगी या नहीं यह अभी तक के हिसाब से अभी तक के लिहाज से सबसे बड़ा सवाल है।

आपको बताते चलें कि गत 2 महीने के अंतराल में सूत्र से मिली जानकारी के अनुसार बेगूसराय भी एक नेता को मंत्री पद की जिम्मेदारी देने की चर्चा में चल रही थी, परंतु आपको बता दें कि अभी तक कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई है कि बेगूसराय से भी मंत्री बनेंगे । 2015 चुनाव के बाद चेरिया बरियारपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीतने वाले विधायक मंजू वर्मा को मंत्रालय दिया गया था, जो मुजफ्फरपुर कांड के बाद छीन लिया गया था और तब से जो है बेगूसराय के एक भी नेता को बिहार सरकार में मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिली है ।

आपको बता दें कि सरकार गठन की प्रक्रिया को अगर आप देखेंगे और अगर आप गौर करेंगे आंकड़ों पर पता चलेगा कि मंजू वर्मा से पहले जो है समाज कल्याण विभाग की मंत्री बेगूसराय के साहेबपुरकमाल सीट से चुनाव जीतने वाली परवीन अमानुल्लाह थी वह मंत्री पद पर थी, और उससे भी पहले बेगूसराय के पूर्व सांसद स्व डॉ भोला सिंह जो है वह बिहार सरकार में मंत्रालय में मंत्री पद की जिम्मेदारी निभा चुके हैं। उससे भी पहले अगर बात करें तो है श्री नारायण यादव पूर्व विधायक साहेबपुरकमाल सीट से कई दफे चुनाव जीतकर मंत्रालय सम्भाला था।

और उससे भी पहले के आंकड़ों पर जाएंगे तो नामों की एक लंबी फेहरिस्त है, जिससे पता चलता है कि समय-समय पर जो है बेगूसराय के नेताओं ने बिहार सरकार में मंत्रालय संभाला है। परंतु बीते साल में और जो अब के समय में शून्यता आई है, बेगूसराय के प्रतिनिधित्व कि बिहार सरकार में वह कहीं ना कहीं एक बड़ा सवाल पैदा कर रहा है कि आखिर बेगूसराय से एक भी मंत्री पद क्यों नहीं ?