बेगूसराय के ज्योतिषाचार्य को दिल्ली में मिला प्राईड ऑफ ग्लोबल आवर्ड रोहिणी सम्मान

न्यूज डेस्क , बेगूसराय : पिछले दिनों दिल्ली के पांच सितारा होटल में जीरी ज्योतिष इंटीग्रेशन रीसर्च इंस्टीट्यूट के द्वारा 7 वा अंतर राष्ट्रीय वैदिक ज्योतिष सम्मेलन आयोजित किया गया जिसमें पुरेदेश सहित नेपाल से 100 से अधिक ज्योतिष,वस्तु, टैरो कार्ड, तंत्र,लालकिताब,के पी पद्धति,अंक ज्योतिष के विद्वानों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये।सम्मेलन का मुख्य विषय प्रत्येक 100 वर्षो में आने वाले महामारी संक्रमण आपदा पर गहन ज्योतिषीय चर्चा के साथ राहु का मनुष्य पर पड़ने वाले प्रभाव पर चर्चा हुई।

सम्मेलन में बेगुसराय जिले सहित बिहार का प्रतिनिधित्व माध्यमिक संस्कृत शिक्षक एव ज्योतिषाचार्य अविनाश शास्त्री ने किया। आचार्य अविनाश शास्त्री ने कहा कि इस दशक में ज्योतिष क्षेत्रमे अमूल चूक परिवर्तन हुआ है और बहुत तेजी से सब कुछ बदल रहा है,एक तरफ जहाँ भौतिक ज्ञान से युक्त सभ्रांत समाज भी जिसे कल तक ढोंग और अंधविश्वास कहती थी वो भी सम्मान के साथ ज्योतिष को विज्ञान से भी ऊपर मानने को तैयार है।आज से समय मे जरूरत है ज्योतिष को नए तरीके स प्रस्तुत करने का,आज इस दिशा में कार्य भी हो रहे है। कम्प्यूटरइंजीनियरिंग के विद्वान लोग भी आज कुंडली का प्रोगरामिंग कर रहे है, सिविल इंजीनियर वस्तु शास्त्र पर काम कर रहे है यह भारत की संस्कृति के लिए शुभ संकेत हैं।

7 वे अंतर राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन के आयोजक राकेश डागर और रेखा जोशी डगर ने आगत ज्योतिषियों को धन्यवाद दिया। इस सम्मेलन में बेगुसराय सहित बिहार का प्रतिनिधित्व शोकहरा बरौनी निवासी कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय से फलित ज्योतिषाचार्य आचार्य अविनाश शास्त्री ने किया।श्री शास्त्री जिले के जाने माने ज्योतिषी है एव बिहार सरकार शिक्षा बिभाग में माध्यमिक शिक्षक भी है।

कार्यक्रम में देश के नामचीन जी.डी. बशिष्ठ लालकिताब बाले बशिष्ठ गुरु जी,एच एस रावत, सर्व ब्राह्मण महा सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शुभम शर्मन ने आचार्य अविनाश शास्त्री को प्राईड ऑफ ग्लोबल आवर्ड रोहिणी सम्मान प्रदान किया। इस सम्मान में एक स्मृति चिन्ह,प्रमाण पत्र एव संग वस्त्र से समान्नित किया गया। इस प्रसिद्धि को लेकर जिले में काफी हर्ष देखा गया । सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार अमर, ने कहा कि ये श्री शास्त्री जी की नही अपितु हमारे जिले के लिए गौरव का विषय है।