न्यूज डेस्क , बेगूसराय : मेहनत खामोशी से हो तो सफलता उसकी शोर मचा देती है। किसी ने सच ही कहा है अगर आपने कुछ करने की चाहत हो तो तूफान भी आप को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकता है, ऐसा ही कुछ कारनामा बेगूसराय जिले के बलिया अनुमंडल अंतर्गत एक छोटी से दियारा गांव विशनपुर गोखले रहने वाली रितिका रत्नम (Ritika Ratnam) ने कर दिखाया है। उन्होंने जेईई मेंस (इंजीनियरिंग) की परीक्षा में प्रथम ही प्रयास में 97.87% अंक हासिल कर लिया।
रितिका की इस सफलता से बेगूसराय के नाम का डंका देश भर में बज गया । रिजल्ट का खबर सुनते ही उसके घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। रितिका रत्नम के पिता झारखंड पुलिस में और माँ स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है। रितिका ने बताया कि उसने मैट्रिक परीक्षा बेगूसराय के संत पॉल स्कूल से पास की, मैट्रिक में उसने 88% अंक के साथ उत्तीर्ण करने में सफलता मिली। रितिका ने आगे बताया कि इसी बार 2021 मे मैने आरसीएसएस कॉलेज बिहट (RCSS COLLEGE BIHAT) से इंटर की परीक्षा दी है, फिलहाल अभी तक बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) की ओर से रिजल्ट आना बाकी है।
एनसीईआरटी की किताबें / सेल्फ स्टडी सफलता में होती हैं सहायक : आगे उन्होंने बताया करोना काल में पढ़ाई बाधित होने के बावजूद भी मैंने पढ़ना बंद नहीं किया। बल्कि ऑनलाइन (Online) के माध्यम से भरपूर self-study किया। जिससे मुझे पढाई में बहुत मदद मिली । मैंने एनसीईआरटी (NCERT) बुक पर बहुत ज्यादा फोकस की । क्योंकि NCERT के बुक में हर छोटी सी छोटी चीजों बारीकी से दर्शाया जाता है। मैं आगे अपने ही देश में रहकर आईआईटीयन बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं। रितिका में अपनी सफलता की श्रेय दादी रूक्मिणी देवी , चाचा चंदन कुमार, चाची अमृता कुमारी , अपने भाई शुभम कुमार सहित अपने माता पिता को दी है।