पुलिस और परिजनों की तत्परता से मानव तस्करों के चंगुल में जाने से बची बेगूसराय की बेटी चुलबुल

न्यूज डेस्क बेगूसराय : जिला मुख्यालय के काली स्थान के पास से गायब हुई चुलबुल गुम नहीं हुई थी। बल्कि उसे भाई के एक्सीडेंट के नाम पर बहला-फुसलाकर ले जाया जा रहा था। वह गलत जगह पर पहुंचती, तभी एसपी के निर्देश पर जगह-जगह खोज रही पुलिस ने उसे बलिया स्टेशन से शनिवार की रात बरामद कर परिजनों को सौंप दिया है।

फूफा के यहां विष्णुपुर में रहकर पढ़ती है चुलबुल 11 वर्षीय चुलबुल के पिता मंझौल ओपी क्षेत्र के सिउरी निवासी अमित ईश्वर ने बताया कि वह जिला मुख्यालय के विष्णुपुर में अपने फूफा के यहां रहकर पढ़ती है। शनिवार के दिन में काली स्थान जाने के लिए फूफा यहां से निकली और गायब हो गई जिसके बाद पुलिस को सूचना देने के साथ परिजन खोज रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने उसे बरौनी-कटिहार रेल खंड के लखमिनियां स्टेशन (बलिया) से बरामद किया है। चुलबुल ने बताया कि वह काली स्थान पहुंची थी तभी एक युवक ने भाई के गिर जाने की बात कही और साथ लेकर चल दिया। रात में उसे बलिया स्टेशन पर रखा गया था, इसी दौरान पुलिस अंकल ने आकर पापा तक पहुंचा दिया है। बलिया इंस्पेक्टर के अनुसार आरक्षी अधीक्षक के निर्देश पर सभी थानों की पुलिस उसे खोज रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि स्टेशन पर एक बच्ची बदहवास सी पर बैठी है। जिसके बाद उसे बरामद किया गया, उसे लाने वाला युवक फरार हो गया है, जिसकी खोजबीन की जा रही है।

जिले में होती है मानव तस्करी , पहले भी हो चुका है खुलासा बताते चलें कि बेगूसराय जिला में दो जगह बलिया एवं बखरी मानव तस्करी का बड़ा अड्डा है। यहां सिर्फ बेगूसराय और बिहार के विभिन्न जिलों से ही नहीं बल्कि कई राज्यों से लड़की को बहला-फुसलाकर लाया जाता है। बलिया के सती चौरा और बखरी के नदैल घाट में स्थित वेश्यालय में रखने के बाद दूसरे जगह बेच दिया जाता है। इसका खुलासा कई बार हो चुका है तथा देश के विभिन्न जगहों से लाई गई लड़कियां बरामद हो चुकी है। संभावना जताई जा रही है कि चुलबुल भी ऐसे लोगों के ही चंगुल में फंस गई थी। उसे बलिया स्टेशन पर रखा गया तथा रात के अंधेरे में सती चौरा पहुंचाया जाता, इसी दौरान उसे बरामद कर लिया गया।

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