बेगूसराय : अवैध शराब धंधेबाजों के खिलाफ परोड़ा के ग्रामीणों का हल्ला बोल , सूचना के बावजूद कार्रवाई करने नहीं पहुंची पुलिस

न्यूज डेस्क : बेगूसराय के छौड़ाही ओपी क्षेत्र के परोड़ा गांव में बुधवार को शराबियों के उत्पाद एवं गाली गलौज से आजिज ग्रामीणों ने शराब बनाने, पीने-पिलाने वालों के विरोध में हल्ला बोल दिया। कई शराब भट्टी ग्रामीणों ने ध्वस्त कर दी। हजारों लीटर तैयार शराब और कच्चा माल ग्रामीणों ने नष्ट कर दिया। इस दौरान शराब निर्माताओं एवं ग्रामीणों में झड़प भी हुई। सूचना के बावजूद छौड़ाही पुलिस के नहीं पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने घंटों गढ़पुरा छौड़ाही पथ को परोड़ा चौक पर जाम कर जमकर नारेबाजी की ।

दरअसल, महाअष्टमी के दिन बुधवार सुबह महिलाएं दुर्गा माता दर्शन हेतु सड़क से जा रहे थी‌। सड़क किनारे एक अधेड़ व्यक्ति सड़क पर पड़े हुए थे। उनके शरीर से देसी शराब की बदबू आ रही थी। जिसे देखने काफी ग्रामीण वहां जुट गए। इसी दौरान परोड़ा के मुखिया प्रतिनिधि शेख फूलहसन, पूर्व मुखिया सुबोध साह अबोध, पैक्स अध्यक्ष उमेश यादव, पूर्व पंसस पवन कुमार साह, रामकृपाल चौधरी आदि सैकड़ों ग्रामीण वहां जमा हो गए। इन लोगों का कहना था कि शराब बनाने वाले एवं शराब पीने पिलाने वालों के धमाचौकड़ी और गाली गलौज करने से ग्रामीण तंग हो गए हैं। पुलिस प्रशासन सूचना पर कोई कार्यवाही नहीं करता है। अब ग्रामीणों को ही इस पर कुछ करना चाहिए।

इस बात पर वहां मौजूद तमाम ग्रामीणों ने गांव में शराब बनाने, पीने पिलाने वालों के विरुद्ध हल्ला बोलने का निर्णय किया। फिर तमाम ग्रामीण परोड़ा पंचायत के सहनी टोल, मुस्लिम टोला, सरपंच साहब टोल आधी दर्जनों जगहों पर लाठी-डंडे से लैस हो धावा बोल दिया। लगभग 30 घरों में महिलाएं पुरुष मिलकर भट्ठी पर शराब तैयार कर रहे थे। वहीं हजारों लीटर तैयार शराब गैलन बाल्टी डेगची आदि में बिक्री के लिए रखा हुआ था। ग्रामीणों ने शराब भट्ठी और तैयार शराब को नष्ट करना शुरू किया तो अवैध शराब धंधेबाजो ने गाली गलौज प्रारंभ कर दी। जिस पर ग्रामीणों एवं अवैध शराब धंधेवालों के बीच झड़प हो गई। ग्रामीणों की अधिक संख्या को देख शराब धंधेबाज माफी मांगने लगे। ग्रामीणों ने इस घटना का ऑडियो वीडियो बनाया एवं स्थानीय छौड़ाही पुलिस को सूचना दी। लेकिन छौड़ाही पुलिस परोड़ा नहीं पहुंच सकी। इस पर ग्रामीण आक्रोशित हो गए एवं गढ़पुरा छौड़ाही पथ को परोड़ा चौक पर जाम कर धरना पर बैठ गए।

सड़क जाम कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि अवैध शराब के धंधे के कारण ही पंचायत में अब तक तीन हत्या हो चुकी है। 14 अप्रैल को चुनचुन देवी हत्याकांड में शामिल गंगा साह के मोबाइल कॉल डिटेल्स की जांच करने एवं इसमें गिरफ्तार शराब कारोबारी के संलिप्त रहने की भी बात ग्रामीण कर रहे थे। ग्रामीणों का कहना था कि महुआ शराब बनाने वाले कारोबारी पंचायत के नाबालिग ,बच्चों को भी बात छुपाए रखने के लिये दो-दो पैग शराब पिलाकर अपने पक्ष में रखता था। शराब के धंधे और पीने पिलाने में ग्रामीण युवाओं को बर्बाद किया जा रहा था। छौड़ाही पुलिस कई बार सूचना देने के बाद भी कार्रवाई नहीं कर रही थी। इसलिए मुखिया जी के नेतृत्व में गांव के सैकड़ों लोग अवैध शराब भट्टी पर धावा बोल उसे नष्ट किया है। जिससे कि बच्चे नशा के बदले पढ़ने लिखने में ध्यान दें।

इस संदर्भ में सड़क जाम स्थल पर पहुंचे छौड़ाही ओपी के पुलिस पदाधिकारी एके ओझा का कहना था कि ग्रामीणों ने शराब धंधे वालों के विरुद्ध एक्शन लेने संबंधित ग्रामीणों के सामूहिक हस्ताक्षरित एक आवेदन दिया है। पुलिस सूचना के आधार पर शराब के अवैध धंधे वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करेगी।