बेगूसराय : नहाय खाय के साथ चैती छठ में लीन हुए लोग रामनवमी की तैयारी में भी जुटे

न्यूज डेस्क : एक तरफ कोविड महामारी के कारण शासन प्रशासन के द्वारा रोज रोज नए नए प्रोटोकॉल लगाए जा रहे हैं स्कूल कॉलेज पहले से बंद ही हैं दूसरी और मंदिरों को भी बंद करने का आदेश दिया गया है।हिंदुओं के आस्था का पर्व चैती नवरात्र और चैती छठ प्रारंभ हो चुका है, तो दूसरी ओर इस्लाम धर्मावलंबियों के लिए रमजान का पाक महीना भी शुरू हो गया है लेकिन इन सब के पीछे मानवता को बचाना सबसे प्रथम प्राथमिकता होगी।

ज्योतिष आचार्य अविनाश शास्त्री कहते हैं कि शुक्रवार 16 अप्रैल 2021 को चैती छठ का नहाए खाए से छठ शुरू हो गया। शनिवार 17 अप्रैल 2021 को खरना एवं 18 अप्रैल 2021 को सायं कालीन अर्ध्य दिया जाएगा। 19 अप्रैल 2021 को प्रातः कालीन अर्घ्य दान के साथ चैती छठ महोत्सव की समाप्ति होगी । शासन प्रशासन के द्वारा पहले ही घरों में पूजा-पाठ आदि करने का निर्देश दिया गया है जिले के प्रमुख मंदिरों को भक्तों के लिए बंद कर दिया गया है ।

21 अप्रैल 2021 को होगा रामनवमी वैसे तो इस बार मंदिरों में भी कम ही देखने को मिल रहा है कोई संक्रमण को लेकर एक तरफ जहां मंदिर प्रशासन भी मुस्तैद है तो दूसरी तरफ आम लोग भी अपने घरों में पूजा पाठ में लगे हुए हैं इस संदर्भ में जानकारी देते हुए श्री मनोकामना दुर्गा मंदिर शोकहरा आचार्य अविनाश शास्त्री बताते हैं कि माता की आराधना एवं पूजन कलश स्थापन के साथ ही विधिवत हो रही है लेकिन आम भक्तों से खोइछ भरने या अन्य प्रकार के पूजा अनुष्ठान के लिए मंदिर के बजाय घरों में रहने का ही विचार दिया जा रहा है।

दिनांक 18 अप्रैल 2021 को निमंत्रण एवं 19 अप्रैल 2021 को नव पत्रिका प्रवेश के साथ रात्रि काल में कालरात्रि की पूजा निशा पूजा यानी जगरना होगा । जिसके बाद माता की प्रतिमा आम भक्तों के दर्शन के लिए पट खोल दी जाएगी दिनांक 20 एवं 21 अप्रैल 2021 को भारत माता का दर्शन कर सकते हैं स्त्रियों को खोइछ भरने के लिए मूर्ति के निकट मंदिर में प्रवेश वर्जित रहेगा वह बाहर से ही अपना खोइछ दे देंगे एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दर्शन पूजन करेंगे 21 अप्रैल 2021 को हनुमान जी का ध्वजारोहण किया जाएगा महानवमी हवन इत्यादि का आयोजन 21 अप्रैल को ही होगा 22 अप्रैल 2021 को कलश विसर्जन के साथ चैती नवरात्र की समाप्ति हो जाएगी।